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18 से अधिक उम्र वालों को भी वैक्सीन 1 से, टियर-2 और 3 शहरों में तेजी से फैल रही बीमारी

कोविड-19 पर देश के प्रमुख डॉक्टरों से PM मोदी ने की चर्चा, दवा कंपनियों के साथ भी किया वर्चुअल संवाद

बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता : देश में त भारत सरकार ने 1 मई से कोविड -19 टीकाकरण के तीसरे चरण को और विस्तार करने का फैसला लिया है।  सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए एक साल से कड़ी मेहनत कर रही है कि कम से कम समय में अधिकतम संख्या में भारतीयों को टीका मिल सके:प्रधान मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए  दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के चरण 3 में टीकों के मूल्य निर्धारण, प्रोक्योरमेंट, पात्रता और प्रशासन को लचीला बनाया जा रहा है सभी हितधारकों ने स्थानीय आवश्यकताओं को अनुकूलित करने के लिए लचीलापन दिया कोविड -19 से बचाव के लिए टीका लगवाने के लिए 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग पात्र हैं वैक्सीन निर्माताओं ने अपने उत्पादन को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया, साथ ही साथ नए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दवा कंपनियों को आकर्षित किया। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi )ने देशभर के प्रमुख डॉक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर चर्चा की और देश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के हालातों का जायजा लिया। इसके अलावा उन्होंने प्रमुख दवा निर्माता कंपनियों के साथ भी शाम छह बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कोरोना महामारी (Corona) के दौरान देश के प्रति डॉक्टरों, चिकित्सा और पैरा-मेडिकल कर्मचारियों की अमूल्य सेवा के लिए उनकी सराहना की।

पीएम मोदी ने कहा, बीते वर्ष इसी दौरान हमारे डॉक्टरों की कड़ी मेहनत और कुशल रणनीति के चलते हम कोरोनवायरस वायरस को नियंत्रित करने में सक्षम थे। अब जब देश कोरोनोवायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहा है, सभी डॉक्टर, हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स पूरी ताकत के साथ इस महामारी का सामना कर रहे हैं और लाखों लोगों के जीवन को बचा रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में केंद्र सरकार ने आवश्यक दवाओं की आपूर्ति, इंजेक्शन और ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इस सम्बन्ध में राज्य सरकारों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण सबसे बड़ा हथियार है। ऐसे में मैं सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि आप सभी लोग अधिक से अधिक रोगियों को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करें।

लोग अफवाहों का शिकार न बनें

प्रधानमंत्री ने डॉक्टरों को कोविड के उपचार और रोकथाम के अलावा इससे संबंधित अफवाहों के खिलाफ भी लोगों को शिक्षित करने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने कहा, “इस कठिन समय में यह बहुत महत्वपूर्ण है कि लोग अफवाहों का शिकार न बनें”।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार महामारी टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी तेजी से फैल रही है। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे इन शहरों में काम करने वाले अपने सहयोगियों के साथ जुड़ें और उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाइन परामर्श दें कि सभी प्रोटोकॉल का सही तरीके से पालन किया जाए।

देश भर में इतने लोगों को लगाई गई कोरोना वैक्सीन, जानिए राज्यवार आंकड़े

कोरोना के खिलाफ देश भर में चल रहे टीकाकरण अभियान में भारत दिन- प्रतिदिन नए रिकॉर्ड बना रहा है। टीकाकरण में आई ये तेजी, इस देश को न सिर्फ आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रही है, बल्कि वैश्विक पटल पर इस वायरस के प्रति चल रही लड़ाई को और मजबूती और सकारात्मकता दे रही है। भारत में अब तक कुल 12 करोड़ 38 लाख 52 हजार 566 से भी ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस का टीका लगाया जा चुका है। बीते दिन यानी कि 19 अप्रैल को देशभर में 12 लाख से अधिक लोगों को यह टीका लगाया गया है।

हेल्थ केयर वर्कर्स

हेल्थ केयर वर्कर्स की बात करें तो अभी तक कुल 91 लाख 36 हजार, 134 लोगों को पहली खुराक, जबकि 57 लाख, 20 हजार, 048 लोगों को दूसरी खुराक दी जी चुकी है। कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान में सरकार की मुस्तैदी और लोगों के पारस्परिक सहयोग के चलते 1 करोड़ 12 लाख से भी ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर्स को इस टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। वहीं इसी श्रेणी में 55 लाख लोगों को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है।

45 से 60 वर्ष की आयुवर्ग के इतने नागरिकों को लगी वैक्सीन

45 से 60 वर्ष के आयुवर्ग के नागरिकों की बात करें तो कुल 4 करोड़ 10 लाख, 66 हजार 462 से भी अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगाया जा चुका है, जबकि इसी आयुवर्ग के 11 लाख 37 हजार 964 लोगों को दूसरा टीका भी लगाया जा चुका है।

वरिष्ठ नागरिकों की रही है संपूर्ण भागीदारी

सीनियर सिटीजन यानी कि वरिष्ठ नागरिकों के द्वारा भी इस टीकाकरण अभियान में सरकार को भरपूर सहयोग मिल रहा है। 60 वर्ष से ऊपर की उम्र के 4 करोड़ 59 लाख से भी ज्यादा नागरिकों को इस टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है, जबकि 40 लाख से भी अधिक वरिष्ठजनों को इस टीके की दूसरी खुराक दी जा चुकी है।

राज्यवार यह है आंकड़ा

राज्यों की अगर बात करें तो महाराष्ट्र में अब तक 1 करोड़ 9 लाख, राजस्थान में 94 लाख, यूपी में 91 लाख, गुजरात में 89 लाख से भी ज्यादा लोगों को कोरोना का पहला टीका लगाया जा चुका है। वहीं केंद्रशासित प्रदेशों की सूची की अगर बात करें तो दिल्ली में 21 लाख, पुड्डुचेरी में 1.5 लाख, नागालैंड में 1.09, लद्दाख में 67 हजार, लक्षदीप में 15 हजार से भी अधिक लोगों को इस टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। दक्षिण भारत की बात करें तो तमिलनाडु में 47 लाख, आंध्र प्रदेश में 46 लाख, ओडिशा में 49 लाख, केरल में 58 लाख, कर्नाटक में 72 लाख से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जा चुकी है।

उत्तरपूर्वी राज्यों की सूची के तहत मणिपुर में 1.53 लाख, मेघालय में 1.69 लाख, त्रिपुरा में 8.86 लाख, अरुणाचल प्रदेश में 1.72 लाख से भी ज्यादा नागरिकों को टीका लगाया जा चुका है।

दिल्ली में 26 अप्रैल की सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन

कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते दिल्ली में आज रात 10 बजे से अगले सोमवार यानि 26 अप्रैल सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लगेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आज सुबह दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ बैठक में यह निर्णय लिया। सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज रात को 10 बजे से अगले सोमवार को सुबह 5 बजे तक दिल्ली में लॉकडाउन लगाया जा रहा है। इस दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी, मेडिकल व्यवस्थाओं की, खाने-पीने की सेवाएं जारी रहेंगी। शादियां भी होंगी, लेकिन 50 लोगों के इकट्ठा होने की इजाजत के साथ। इसके लिए अलग से पास दिए जाएंगे।

इन सबके बीच दिल्ली के व्यापारी संघ ने भी घोषणा की है कि COVID-19 मामलों में तेजी के मद्देनजर दिल्ली का चांदनी चौक बाजार 25 अप्रैल तक बंद रहेगा। खारी बावली मार्केट की दिल्ली किरण कमेटी और तिलक बाजार के केमिकल मर्चेंट एसोसिएशन ने भी 21 अप्रैल तक बाजार बंद रखने की घोषणा की है।

जानें क्या खुलेगा-क्या बंद रहेगा

साप्ताहिक कर्फ्यू के दौरान दिल्ली में मॉल, स्पा, जिम, ऑडिटोरियम आदि सब पूरी तरह से बंद रहेंगे। इसके साथ ही हर जोन में एक दिन में केवल एक साप्ताहिक बाजार को अनुमति दी जाएगी। बाजारों में ज्यादा भीड़भाड़ न हो इसके लिए भी खास इंतजाम किए जायेंगे। रेस्टोरेंट में अब बैठकर खाने की इजाजत नहीं होगी, केवल होम डिलीवरी की अनुमति होगी। आवश्यक सेवाएं पहले की तरह ही जारी रहेंगी। इस दौरान सभी प्राइवेट दफ्तरों के लिए वर्क फ्रॉम होम का निर्देश दिया जाएगा। इसके अलावा मेडिकल सेवाओं से जुड़े व्यवसायों को दुकान खोलने की अनुमति रहेगी।

प्रवासी मजदूरों से की अपील

सीएम ने प्रवासी मजदूरों से अपील करते हुए कहा कि दिल्ली छोड़कर मत जाइए। आने-जाने में काफी समय खराब हो जाएगा। सरकार आपका पूरा ख्याल रखेगी। यह निर्णय हमने मुश्किल से लिया है। इन 6 दिनों के लॉकडाउन में हम दिल्ली में बड़े स्तर पर बेड की व्यवस्था करेंगे। केंद्र सरकार हमारी मदद कर रही है। हम इसके लिए शुक्रगुजार हैं।

लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, 6 दिन के लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। लोगों की शादियां केवल 50 लोगों के साथ सम्पन्न होंगी, उसके लिए अलग से पास दिए जाएंगे। मुझे उम्मीद है कि यह छोटा लॉकडाउन है और छोटा ही रहेगा और शायद इसे बढ़ाने की जरूरत नहीं पडे़गी। यकीन मानिए सरकार आपका पूरा ख्याल रखेगी। घबराइए मत, मैं हूं ना।”

स्वास्थ्यकर्मियों को मिलेगी राहत

इस लॉकडाउन में निजी चिकित्सा कर्मियों को राहत रहेगी। इसके अलावा मेडिकल सहायता के लिए जा रही गर्भवती महिलाओं / मरीजों के साथ उपलब्ध अटेंडेंट को भी वैध आईडी / डॉक्टर के पर्चे / मेडिकल पेपर दिखाने पर छूट दी जाएगी।

हवाई अड्डों / रेलवे स्टेशनों / आईएसबीटी से आने/ जाने वाले यात्रियों को वैध टिकट दिखाने पर यात्रा करने की अनुमति है। इसके अलावा विभिन्न देशों के राजनयिकों के अधिकारियों के साथ किसी भी संवैधानिक पद पर रहने वाले व्यक्तियों को वैध आईडी दिखाने पर छूट दी जाएगी। इसके अलावा मीडियाकर्मियों को भी वैध आईडी दिखाने पर इस लॉकडाउन में छूट मिलेगी।

इसके अलावा धार्मिक स्थलों खुले रहेंगे, लेकिन उनमें श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक रहेगी। शादी और विवाह समारोहों में 50 लोगों से अधिक के शामिल होने की अनुमति नहीं है।

News Editor

Mr. Chandan | Senior News Editor Profile Mr. Chandan is a highly respected and seasoned Senior News Editor who brings over two decades (20+ years) of distinguished experience in the print media industry to the Bengal Mirror team. His extensive expertise is instrumental in upholding our commitment to quality, accuracy, and the #ThinkPositive journalistic standard.

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