‘कोविड की चिंता नहीं करें, मैं हूं आपकी पहरेदार’ : ममता बनर्जी
बंगाल मिरर, राज्य ब्यूरो, कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कोरोना वायरस की दूसरी लहर के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि केंद्र सरकार न घर की है और न घाट की। आत्मनिर्भर भारत की बात कर रहे हैं। मुर्शिदाबादा में आठवें चरण के मतदान से पहले वर्चुअल सभा में ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम ‘मन की बात’ कर रहे हैं, लेकिन खुद की विफलता नहीं दिख रही है। पूरे देश में ऑक्सीजन और इंजेक्शन नहीं है। बंगाल को खत्म करने की प्लानिंग कर रहे हैं, लेकिन बंगाल को गुजरात नहीं होने देंगे।
पीएम वन लीडर, वन पोलिटिकल पार्टी की बात करते हैं, लेकिन केंद्र सरकार वैक्सीन 150 रुपये में खरीदेगी, तो राज्य सरकार को 400 रुपये में दी जाएगी और प्राइवेट में 600 रुपये में दी जाएगी। यह क्यों होगा ? वर्चुअल सभा में ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि सभी वैक्सीन गुजरात और यूपी को भेज दिया गया है। इनके खिलाफ कोई नहीं बोल पाता है। केवल बंगाल बोल पाता है। बंगाल के रिजल्ट पर सभी का ध्यान है। यदि बंगाल बचा पाए, तो देश भी बच जाएगा।
उन्होंने कहा कि आप कोविड की चिंता नहीं करें, मैं आपकी पहरेदार हूं। जहां भी जरूरत पड़ी मैं लाकर दूंगी। ममता बनर्जी ने कहा, “बंगाल का ऑक्सीजन उत्तर प्रदेश भेज दिया जा रहा है। मैं ऑक्सीजन कहां से पाऊंगी? इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को हेल्थ ऑक्सीजन के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। केस की संख्या बढ़ने की चिंता नहीं करें। बंगाल में दो लाख पुलिस बाहर से यूपी, राजस्थान, दिल्ली से आई है। उनसे दूर रहें। उनका आरटी पीसीआर नहीं हुआ है। यह चुनाव के बाद यहां से चले जाएंगे, लेकिन संक्रमण बढ़ा रहे हैं।
ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग ने प्लान कर फेज में चुनाव कराया है। नैहट्टी, भाटपाड़ा, जगदल में सीआरपीएफ भेजकर भाजपा की मदद किया है। उन्होंने कहा कि बंगाल चुनाव में सेंट्रल फोर्स का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है और बंगाल पुलिस ब्रेन इस्तेमाल नहीं कर रही है, लेकिन चुनाव के बाद पांच वर्ष तो यहीं रहना होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस आब्जर्बर रिटायर्ड ऑफिसर विवेक दूबे एक्टिंग ऑफिसर को कंट्रोल कर रहा है। यह अनैतिक और असंवैधानिक है। चुनाव आयोग पूरी तरह से भाजपा का आईना हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बर्दवान पश्चिम में चुनाव है। पुलिस घर-घर जाकर कह रही है कि लोग घर से कोई नहीं निकलेंगे, लेकिन मतदान करना होगा।