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Narada मामले पर हाईकोर्ट में ढाई घंटे चली सुनवाई, पढ़ें कैसे-क्या हुआ

कल पुन: इस मामले की सुनवाई होगी

बंगाल मिरर, एस सिंह : नारद मामले Narada में कलकता हाईकोर्ट में डिविजन बेंच के सामने बुधवार को करीब ढाई घंटे तक सुनवाई हुई। इस दौरान सीबीआई की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और आरोपियों की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी एवं अन्य ने दलील पेश की। कल पुन: इस मामले की सुनवाई होगी। तब तक दो मंत्रियों समेत चारों नेताओं को जेल में ही रहना होगा। गौरतलब है कि तीन नेता अस्वस्थ होने के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। 

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कार्यकारी मुख्य न्यायधीश ने पूछा कानूनमंत्री अदालत परिसर में क्यों गये थे। जब मामला कानूनी है? तो सड़क पर आन्दोलन क्यों हुआ। पथराव करना क्या गांधीगिरि है? मुख्यमंत्री इतने घंटे तक क्यों सीबीआई कार्यालय में थी। मामले की बीच में ब्रेक लेकर मुख्य न्यायधीश से बात की। इसके बाद कल फिर से मामले की सुनवाई का निर्देश दिया।

सुनियोजित तरीके से हंगामा किया गया : सॉलिसिटर जनरल


 सीबीआई की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि सुनियोजित तरीके से हंगामा किया गया जांच को प्रभावित करने की कोशिश की गई खुद मुख्यमंत्री थे घंटे तक सीबीआई कार्यालय में धरना पर बैठी रही और अदालत में कानून मंत्री मौजूद थे इसके अलावा कई नेता और मंत्री मौजूद रहे सभी आरोपी प्रभावशाली है इसलिए यह जांच प्रभावित हो सकती है


चुनाव की हार कोई बर्दाश्त नहीं कर पा रहा, इसलिए यह सब किया जा रहा : सिंघवी

अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि इतने साल पुराने मामले में अचानक  इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, यह चुनाव में मिली  हार किसी को बर्दाश्त नहीं हुई है, उसके कारण किया गया गया है। कानून मंत्री कोर्ट के अंदर नहीं गये थे वह परिसर में थे। मुख्यमंत्री अपने पार्टी के नेता के लिए कानूनी के साथ ही गणतांत्रिक तरीके से भी लड़ाई लड़ रही थी। वहीं जब इस मामले में चार्जशीट हो गया तो आरोपियों को गिरफ्तार करने की जरूरत क्या थी, वहीं इस मामले में अन्य आरोपियों को चार्जशीट में शामिल क्यों नहीं किया गया। छल और बल से यहां चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। 

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