CBSE 12th Result के फार्मूले को सुप्रीम कोर्ट की सैद्धांतिक मंजूरी
बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में CBSE Class 12th Board Result 2021 के लिए पेश किये गये मूल्यांकन मानदंड को सुप्रीम कोर्ट ने सौद्धांतिक मंजूरी दे दी है. इसके लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 12वीं बोर्ड के रिजल्ट को तैयार करने के लिए एक फॉर्मूला निकाला है. इसमें बोर्ड (CBSE Board) ने 30:30:40 का फॉर्मूला अपनाया है. थ्योरी और प्रौक्टिकल के लिए अलग-अलग इसे विभाजित किया गया।
परिणाम समितिप्रत्येक स्कूल में प्रिंसिपल के तहत एक परिणाम समिति बनाई जाएगी जिसमें एक ही स्कूल के दो वरिष्ठतम स्नातकोत्तर शिक्षक और पड़ोसी स्कूलों के दो स्नातकोत्तर शिक्षक शामिल होंगे। समिति को नीति का पालन करते हुए परिणाम तैयार करने की छूट दी गई है। सीबीएसई परिणाम तैयार करने के लिए एक हेल्प डेस्क स्थापित करके और सॉफ्टवेयर सहायता आदि प्रदान करके उनकी सहायता करेगा। सीबीएसई ने कहा कि वह 31 जुलाई, 2021 तक परिणाम घोषित करेगा।
इस फॉर्मूले के अनुसार 12वीं के रिजल्ट (CBSE 12th Board Result 2021) में छात्रों को 30 फीसदी वेटेज 10वीं के रिजल्ट से, 30 फीसदी वेटेज 11वीं फाइनल के रिजल्ट को और 40 फीसदी वेटेज 12वीं प्री-बोर्ड के रिजल्ट को दिया जाएगा. पहली कक्षा 10 में छात्रों द्वारा कुल पांच में से तीन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विषयों में प्राप्त औसत अंकों को 30% वेटेज देकर किया जाएगा. दूसरी, कक्षा 11 में ली गई अंतिम परीक्षा के आधार पर अंकों को एक और 30% वेटेज दिया जाएगा. अंत में 12 वीं में एक या एक से अधिक यूनिट टेस्ट, मिड-टर्म परीक्षा और पूर्व में प्राप्त अंकों के लिए 40% वेटेज दिया जाएगा.इसलिए, यदि थ्योरी के लिए कुल अंक 80 हैं, तो कक्षा 10 और 11 के 30% वेटेज प्रत्येक 24 अंकों के होंगे। कक्षा 12 में आयोजित परीक्षाओं के प्रदर्शन से प्राप्त 40% वेटेज 32 अंकों में तब्दील होगा।
सीआईएससीई फॉर्मूला
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) के मूल्यांकन फॉर्मूले में छात्रों की कक्षा 10 ICSE बोर्ड परीक्षा, विषयों में थ्योरी और प्रैक्टिकल कार्य, कक्षा 11 और 12 में स्कूल में आयोजित परीक्षा में प्राप्त सर्वोत्तम अंक और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को ध्यान में रखना शामिल होगा। पिछले छह वर्षों में ही स्कूल में प्रदर्शन को आधार माना जायेगा।
गौरतलब है कि इस साल कोरोना की वजह से CBSE ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं (CBSE 10th, 12th Board Exam 2021) रद्द कर दी थी. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 3 जून को CBSE से दो सप्ताह के भीतर अपनी मूल्यांकन योजना प्रस्तुत करने को कहा था. कोर्ट ने तब कहा था कि मूल्यांकन मानदंड के निर्माण के लिए लंबी अवधि की अनुमति नहीं दी जा सकती क्योंकि देश भर में कई छात्र भारत और विदेशों में कॉलेजों में प्रवेश लेने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. इसके अलावा, कोर्ट ने कहा था कि वह अंकों के मूल्यांकन के लिए वस्तुनिष्ठ मापदंडों से गुजरेगा ताकि अगर किसी को आपत्ति हो तो उससे निपटा जा सके. हालांकि 20 जून को सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख मुकर्रर की है। प्रतिपक्ष के अधिवक्ता को उस दिन अगर कुछ सुझाव हैं तो देने को कहा।