FOSBECCI का बिखर रहा कुनबा, ग्रुप छोड़ रहे पदाधिकारी
बंगाल मिरर, एस सिंह, आसनसोल ः दक्षिण बंगाल के 9 जिलों के विभिन्न व्यवसायिक संगठनों को मिलाकर बनी फेडरेशन ऑफ साउथ बंगाल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (FOSBECCI) की नई कमेटी गठन के साथ ही विवाद भी प्रारंभ हो गया है। (FOSBECCI) का कुनबा भी बुखरने लगा है कुछ सदस्यों ने सवाल उठाया है कि इस संगठन में पदाधिकारी का चयन कौन करता है। इसकी प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होनी चाहिए, जिसमें कमी दिख रही है। वहीं कई सदस्यों ने नाराज हो फॉसबेक्की के ग्रुप से अपने आप को बाहर कर लिया है। आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष व सचिव को कमेटी में स्थान नहीं देने का आरोप भी लगने लगा है। यहां तक कि आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव शंभूनाथ झा ने गुस्से में आकर फॉस्बेक्की का ग्रुप छोड़ दिया।
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सचिन के बाद महेन्द्र ने भी छोड़ा ग्रुप
वहीं FOSBECCI के कार्यकारिणी में शामिल सचिन बालोदिया के बाद अब महेन्द्र संघई ने भी ग्रुप छोड़ दिया साथ ही दुर्गापुर चेंबर भी नई कमेटी से कुछ नाराज चल रहा है। वहीं कुछ ने आरोप लगाया कि जिनका कुछ दिनों पहले तक संगठन में कोई नामोनिशान तक नहीं था, उनको अचानक से उतार कर पदाधिकारी बना दिया जाता है, यह एक प्रकार से सदस्यों के साथ नाइंसाफी हो गयी। हालांकि फॉस्बेक्की के पदाधिकारियों का दावा है कि सब कुछ ठीकठाक है। सचिन बालोदिया ने कहा कि वह लोग छोटे चैंबर से हैं। इतने बड़े संगठन में लोगों के साथ रहने से कोई खास लाभ नहीं है। इसलिए उन्होंने खुद को अलग कर लिया। उनके हटने के बाद महेन्द्र संघई भी हट गये।
कंपनी एक्ट के तह कमेटी का किया गया गठन : आरपी खेतान
फॉस्बेक्की का गठन आज से 17 साल पहले हुआ था। उस समय कुछ लोगों ने मिलकर एक सपना देखा था कि विभिन्न चेंबर को मिलाकार एक ऐसे चेंबर का गठन हो जो उनका प्रतिनिधित्व राज्य स्तर पर कर सके। उस सपने को साकार करने के लिए इसका गठन किया गया था जो आज एक विशाल वृक्ष बन चुका है। उक्त बातें प्रतिक्रिया में फॉस्बेक्की के नव नियुक्त अध्यक्ष आरपी खेतान ने कही। उन्होंने कहा कि उनकी अध्यक्ष बनने की इच्छा नहीं थी पर सदस्यों के अनुरोध पर उन्होंने इस पद को स्वीकार किया है। उनसे यह पूछे जाने पर कि कुछ लोगों का आरोप है कि कमेटी गठन में पारदर्शिता का अभाव है और इसमें मनमानी की गयी। उन्होंने कहा कि यह आरोप गलत है। कंपनी एक्ट के तहत फॉस्बेक्की रजिस्ट्रर्ड है तो उसी के नियमानुसार कमेटी का गठन किया गया है। रहा सवाल एक – दो लोगों के नाराज होने का तो उनकी बातों को भी सुना जायेगा, पर जिला के विभिन्न चेंबर के पदाधिकारी फॉस्बेक्की के कार्य से खुश हैं। संगठन व व्यवसायी हितों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।