बर्नपुर बाजार के दुकानदारों का ऐलान नहीं देंगे किराया और बिजली बिल, आईएसपी से टकराव की स्थिति
बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर : बर्नपुर बाजार के दुकानदारों और आईएसपी प्रबंधन के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। दुकानदारों की समस्याओं को लेकर बर्नपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा पुरानाहाट स्थित धर्मशाला में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान पिछली बैठक में बर्नपुर बाजार के दुकानदारों द्वारा आईएसपी प्रबंधन से की गई अपील पर कोई पहल नहीं करने से नाराजगी व्यक्त कर दुकानों का किराया व विद्युत बिल का भुगतान नहीं करने का निर्णय लिया गया।




बर्नपुर चेंबर के सचिव सुभाष अग्रवाल ने बताया कि कोरोना काल के दौरान सभी दुकानदार भुखमरी के कगार पर हैं। वहीं बीते जून महीने में दुकानदारों की बैठक में आईएसपी प्रबंधन से बकाया किराये को किश्तों में भुगतान करने, एग्रीमेंट के तहत बर्नपुर बाजार का विकास कर शौचालय, सफाई, सड़क मरम्मत, विद्युत शार्ट सर्किट से आग लगने पर अंकुश लगाने के लिये सुरक्षा व्यवस्था करने व दुकानदारों को निःशुल्क कोरोना का टीका देने की मांग की गई थी लेकिन आईएसपी प्रबंधन ने कोई पहल नहीं की। वहीं प्रबंधन द्वारा बकाया दुकान के किराये के साथ विद्युत बिल को जोड़ दिया गया है। दोनों का एक साथ भुगतान करने का निर्देश दिया गया है। ऐसी परिस्थिति में दुकानदार दोनों बिल का भुगतान करने में पूरी तरह से असमर्थ हैं। दुकानदारों को राहत देने के लिये इस्पात मंत्री, सेल चेयरमैन व आईएसपी के सीईओ को मेल किया गया है।
जवाब नहीं आने तक दुकानदारों ने दुकानों का किराया व विद्युत बिल का भुगतान नहीं करने का निर्णय लिया है।बैठक में मौजूद बर्नपुर डेली मार्केट ज्वेलरी एसोसिएशन के अध्यक्ष काजल पाल ने बताया कि इस कोरोना काल में दुकानदार भूखे रहने को मजबूर हैं। ऐसे हालत में दुकान का बकाया किराया व विद्युत बिल को एक साथ जोड़कर भुगतान कर पाना संभव नहीं है। आईएसपी प्रबंधन द्वारा बैठक कर कोई पहल नहीं किये जाने तक दुकानदारों ने दुकानों का किराया व विद्युत बिल का भुगतान नहीं करने पर निर्णय लिया गया है।बैठक में बर्नपुर चेंबर के अध्यक्ष मुरारी लाल अग्रवाल, सचिव सुभाष अग्रवाल, बर्नपुर डेली मार्केट ज्वेलरी एसोसिएशन के अध्यक्ष काजल पाल, प्यारे मोहन वर्मा, अयोध्या गुप्ता, पवन अग्रवाल सहित कई दुकानदार मौजूद थे।