West Bengal

Coal Case : ED ने कानून मंत्री को बुलाया, मंत्री ने कहा नहीं मिला नोटिस, डरनेवाला नहीं

बंगाल मिरर, कोलकाता: कोयला तस्करी (Coal Case) मामले में प्रवर्तन निदेशालय ( ED) ने जांच तेज कर दी है। इस महीने में कई हाई प्रोफाइल  को दिल्ली तलब किया गया है। इस सूची में कई आईपीएस अधिकारी भी हैं। इस सूची में नया नाम  राज्य के  कानून मंत्री मलय घटक ( Moloy Ghatak) का जुड़ा है। प्रवर्तन निदेशालय सूत्रों का कहना है कि ने उनको 14 सितंबर को दिल्ली तलब किया है। उन्हें सुबह 11 बजे  ईडी कार्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। हालांकि कानून मंत्री ने कहा, उन्हें इस संबंध में अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है. दूसरी ओर, ईडी ने दावा किया कि नोटिस मंत्री के ईमेल पर भेजा गया था।

कानून मंत्री मलय घटक ने कहा कि पार्टी की ओर से मुझे त्रिपुरा में संगठन की जिम्मेदारी दी गई है।  त्रिपुरा में कभी भी भाजपा में बड़ी टूट हो सकती है। इससे भाजपा घबरा गई है। बौखलाहट में भाजपा  इडी का डर दिखा रही है। मुझे इडी का कोई नोटिस या समन नहीं मिला है। मैं डरनेवाला नहीं हूं, मैं हमेशा से ही अवैध कारोबार का विरोध करता आया हूं और रहूंगा। 

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moloy ghatak file photo


गौरतलब है कि ईडी और सीबीआई दोनों कोयला भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रहे हैं। आश्चर्य पिछले हफ्ते तब आया जब पता चला कि केंद्रीय एजेंसी ने तृणमूल के महासचिव अभिषेक बनर्जी को तलब किया है। अभिषेक के अलावा उनकी पत्नी रुजिरा नरूला और मामले में शामिल 3 आईपीएस अधिकारियों को भी तलब किया गया था। अभिषेक  1 सितंबर को पेश होने वाले थे। हालांकि उन्होंने कोरोना की वजह से परहेज किया। प्रवर्तन निदेशालय को लिखे एक पत्र में रुज़िरा ने लिखा है कि वह दो छोटे बच्चों की मां है। कोरोना संक्रमण के बीच अकेले दिल्ली जाना उन्हें जोखिम में डाल सकता है। इसलिए रुजिरा का अनुरोध है कि उनसे कलकत्ता स्थित उनके घर पर पूछताछ की जाए, अभी यह निश्चित नहीं है कि वह उपस्थित होगी या नहीं। 


उधर, कोयला मामले में अभिषेक और रुजिरा के अलावा तीन आईपीएस आरोपियों को भी तलब किया गया है. सूत्रों के मुताबिक आईपीएस सेल्वा मुरुगन, ज्ञानवंत सिंह और श्याम सिंह को 8, 9 और 10 सितंबर को तलब किया गया है. ईडी ने जुलाई के अंत और अगस्त की शुरुआत में आईपीएस को बुलाया था। लेकिन ये तीनों आईपीएस निजी कारणों से उस वक्त पेश नहीं हुए थे। इसलिए उन्हें दोबारा नोटिस भेजा गया है। ईडी सूत्रों के मुताबिक, तीनों आईपीएस के को परिवार के खाते की जानकारी लेने का भी निर्देश दिया गया है. वहीं 3 सितंबर को अभिषेक के एक करीबी वकील को भी तलब किया गया है. वहीं तृणमूल के नेता भाजपा पर केन्द्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते रहे हैं। बीते दिनों टीएमसीपी के स्थापना दिवस पर अभिषेक बनर्जी ने कहा भी था कि वह सीबीआई और इडी से डरनेवाले नहीं है। 

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