भारत बायोटेक के टीके को मंजूरी नहीं, बच्चों को वैक्सीन वैक्सीन के लिए करना होगा इंतजार
बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता, आसनसोल : देशभर में चल रहे टीकाकरण अभियान के बीच लंबे समय से बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन का इंतजार कर रहे अभिभावकों के लिए राहत भरी खबर आई थी कि ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) ने आज 12 अक्टूबर को बच्चों के लिए भी टीकाकरण को मंजूरी दे दी है। लेकिन शाम को स्वास्थ्य राज्यमंत्री का बयान आया कि अभी मंजूरी नहीं मिली है। गौरतलब है कि सरकार के आधिकारिक समाचार प्रसार भारती की ओर से यह समाचार जारी किया गया था अगर इसे मंजूरी मिल जाती है इस मंजूरी के बाद कोवैक्सीन देश की ऐसी पहली वैक्सीन बन जाएगी, जिसे बच्चों पर आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली हो। ऐसे में, इस मंजूरी के बाद इस आयुवर्ग के बच्चों के टीकाकरण के लिए जल्द ही केंद्र सरकार की ओर से दिशानिर्देश भी जारी कर दिए जांएगे।
लंबे ट्रायल के बाद मिली मंजूरी
जानकारी के लिए बता दें कि बच्चों पर टीकाकरण की मंजूरी से पहले कोवैक्सीन को लंबे ट्रायल की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा था। भारत बायोटेक ने 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों पर कुल तीन चरणों में ट्रायल पूरा किया था। इस दौरान सितंबर में दूसरे व तीसरे चरण का ट्रायल पूरा कर लिया गया था।
इससे पूर्व भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एला ने बीते 21 सितंबर को कहा था कि 18 वर्ष से कम उम्र के लिए टीके विकसित करने में जुटी कोवैक्सीन ने लगभग 1,000 बच्चों के साथ चरण 2/3 परीक्षण पूरा कर लिया है, फिलहाल आंकड़ों का विश्लेषण जारी है।
बच्चों में लगाई जाने वाली इस वैक्सीन का इस्तेमाल वयस्कों और अन्य कोविड -19 टीकों के के विपरीत, PFS मैकेनिज्म के जरिए पहले से भरी हुई सिरिंज के तहत किया जायेगा। चूंकि पहले से भरी हुई सिरिंज में उच्च-स्तरीय सटीकता होती है, जो उन्हें उपयोग करने के लिए सुरक्षित बनाती है। बच्चों के लिए इस टीके की खुराक वयस्कों के समान 0.5ML होगी।