Asansol में 200 भाजपा छोड़ शामिल हुए तृणमूल में
बंगाल मिरर, आसनसोल: आसनसोल वार्ड नंबर 40 में आरा डांगा के पूजा मंडप प्रांगण में तृणमूल कांग्रेस पार्टी की ओर से एक कर्मी सभा का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में आई एन टी टी यू सी के जिला अध्यक्ष अभिजीत घटक उपस्थित थे। इस कर्मी सभा में 200 बीजेपी के कार्यकर्ताओं को घटक ने तृणमूल पार्टी का झंडा पकड़ा कर दल में शामिल कराया।
इस अवसर पर काजल राय मनोज रजक, चंकी सिंह, राजा गुप्ता, सिंटू भुइयां, मुकेश झा, माधव दास, सीतू रुद्रा श्याम बिहारी सिंह प्रशांत चटर्जी और अर्जुन प्रसाद मुख्य रूप से उपस्थित थे। सभा को संबोधित करते हुए अभिजीत घटक ने कहा कि बीजेपी की धोखाघड़ी लोगों को समझ में आ चुकी है। लोग उनके कामों को समझ चुके हैं कि वह किसके लिए काम करते हैं वह लोग अमीरों के लिए काम करते हैं उनके शासनकाल में जो अमीर है वह अमीर होते चले गए और जो गरीब है वह गरीब होते चले गए।
जनता की परवाह उन लोगों को नहीं है। लेकिन हमारी ममता बनर्जी की सरकार गरीबों की सरकार है जनता की सरकार है। ममता बनर्जी द्वारा चलाए गए बहुत सारे योजनाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। अभी-अभी शुरू किया गया लक्ष्मी भंडार योजना जिसमें माताओं एवं बहनों को 500/1000 सीधे बैंक खातों में चले आते हैं। छात्रों के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का शुभारंभ किया गया है जिसमें बहुत ही कम ब्याज पर ₹1000000 का लोन दिया जा रहा है जिससे की गरीब छात्र अपनी पढ़ाई पूरी कर सके। स्वास्थ्य साथी कार्ड योजना से लाखों लोगों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। और यहां पर जनता शांति से सुखी पूर्वक रह रही है।
तृणमूल के कार्यकर्ता हर समय उनके साथ है। बीजेपी के शासन काल में देखिए महंगाई किस स्तर पर पहुंच चुकी है जो पेट्रोल हम लोग ₹60 में खरीदते थे वह ₹110 में मिल रहा है जो गैस हम लोग ₹450 में खरीदते थे वह 1000 में मिल रहा है और सब्सिडी भी बंद है जो सरसों तेल सत्तर ₹80 में खरीदते थे वह भी ₹200 के आसपास मिल रहा है। इन सब चीजों को देखते हुए जनता का बीजेपी से मोहभंग हो रहा है और जनता का झुकाव ममता बनर्जी की तरफ हो रहा है। 213 सीट देकर जनता ने इसका सबूत भी दे दिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आव्हान किया कि वह लोग घर घर जाकर लोगों का हाल-चाल पूछे कहीं कोई समस्या है उसका समाधान करें। उनके सुख दुख में शामिल हो। यह सभा तृणमूल के कार्यकर्ता रजत प्रसाद के देखरेख में संपन्न हुआ।