Jitendra Tiwari ने लगाई आरोपों की झड़ी, कहा मंत्री सारा काम करेंगे, तो निगम कार्यालय की जरूरत क्यों, फाइलें गायब तो एफआईआर क्यों नहीं
बंगाल मिरर, आसनसोल : आसनसोल के पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेन्द्र तिवारी ने अपने आवासीय कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर नगरनिगम के चेयरपर्सन तथा प्रशासक बोर्ड पर आरोपों की बौछार कर दी। । इस मौके पर भाजपा जिला संयोजक शिवराम बर्मन, पुर्व पार्षद मधुमिता चटर्जी, बीगू ठाकुर, आशा शर्मा बाप्पा आचार्या, सुदीप चौधरी आदि मौजूद थे ।
इस दौरान जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि आज ही के दिन 2020 मे उन्होंने इस्तीफा दिया था । उन्होंने कहा कि उनके पद छोड़ने के बाद हर जगह से मेरा नाम मिटाया गया । लेकिन उन्होंने कहा कि दावा किया एक साल बाद भी निगम में कोई विकास नहीं हुआ है । उनके कार्यकाल में जो काम हुआ था उनको अपना नाम देकर उद्घाटन किया गया । ठंड में भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। घाघरबूढ़ी मंदिर में कम्युनिटि हाल हो या पार्किंग प्लाजा काम बंद है । उन्होंने कहा कि निशुल्क पार्किंग की बात कहना बेवकूफी है ।
उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ मंत्री करेंगे तो निगम कार्यालय की क्या जरुरत है । इससे अच्छा है कि सारा काम मंत्री के भाई की सलाह मानकर करें । अगर उन्हें पता है कि जमुड़िया रानीगंज में सभी होर्डिंग गैर कानूनी है तो उनको हटाया क्यों नही गया ? वहीं उन्होंने कहा कि बांगला हिंदी उर्दु अकादमी को अनुदान देना बंद कर दिया । शिल्पांचल रत्न का सम्मान देना बंद कर दिया गया । शिक्षकों को सम्मानित किया जाता था वह भी बंद कर दिया गया ।
उन्होंने कहा कि टीएमसी के नेता क्या राजा और बाकी सभी प्रजा हैं कि खामोश रहना होगा । उन्होंने दावा किया कि अगर टीएमसी में दम है तो वर्तमान निगम चेयपर्सन को अगला मेयर बनाकर अगला निगम चुनाव लड़ती है तो दस सीटें भी नहीं मिलेगी । वहीं उन्होंने कहा कि वर्तमान निगम प्रशासन कहता है कि फुटपाथ से हाकरों को हटा दिया जाएगा । उन्होंने दावा किया कि टीएमसी नेताओं की हिम्मत नहीं है कि हाकरों हटा सके ।
अब कहा जा रहा है कि नौ फाइलें गायब हैं । इसपर जितेन्द्र तिवारी ने दावा किया कि अगर ऐसा होता तो यह बात एक साल पहले क्यों नहीं कहा गया । या फिर फाइल गायब होने को लेकर एफआईआर क्यों नहीं किया गया? उन्होंने कहा कि निगम चलाने के लिए मेहनत करने की जरुरत है । दोपहर में खाना खाकर सोकर निगम नहीं चलती । फिलहाल टीएमसी या नगरनिगम से कोई प्रतिक्रिया इसे लेकर नहीं आई है।