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Asansol में भूमाफिया जिन्दा लोगों को मुर्दा बताकर बेच रहे जमीन, 4 गिरफ्तार गये रिमांड पर

बंगाल मिरर, आसनसोल : ( Asansol News ) शिल्पांचल में भूमाफिया की सक्रियता कोई नई बात नहीं है। विधानसभा चुनाव के बाद कानून मंत्री मलय घटक ने भू माफियाओं पर नकेल कसने के निर्देश दिये थे, जिसके बाद व्यापक कार्रवाई भी हुई थी। लेकिन अभी भी विभिन्न इलाकों में भू माफिया सक्रिय हैं।   ईसीएल ( ECL) के सालानपुर एरिया में नये खदानों की विस्तार की योजना की भनक मिलते ही, भू माफिया आदिवासियों की जमीन हड़पने को सक्रिय हो गये हैं।भू माफिया जिन्दा लोगों को मुर्दा बताकर उनकी जमीन बेच दे रहे हैं। एक-एक कर उनकी जमीनों का रजिस्ट्री उन्हें बिना बताए किया जा रहा है। भूमि और भू-सुधार विभाग में ऐसी कई शिकायतें दर्ज होने के बाद, सालनपुर ब्लाक के बीएलआरओ शुभदीप टिकादार ने कम से कम दस मौजा के नाम पर सालानपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने विभाग के एडीएम को जानकारी दी कि फर्जी तरीके से आदिवासियों की जमीन का रजिस्ट्री किया जा रहा है।

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जांच अधिकारी रूपनारायणपुर पुलिस फाड़ी राहुल मंडल ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को आसनसोल कोर्ट में पेश किया। हालांकि पुलिस उन्हें दस दिन की रिमांड पर चाहती थी, लेकिन अदालत ने उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड में दिया।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पुलिस ने सालानपुर थाना इलाके से अविनाश सोरेन, बाराभुई गांव निवासी प्रदीप बाउरी और दीवान मरांडी और निमाई मरांडी को गिरफ्तार कर आसनसोल कोर्ट भेजा।शुरू में पुलिस को पता चला कि ईसीएल सालनापुर, बासुदेबपुर, पहाड़पुर, मनोहरा, फुलबेरिया, सामडी और मोहनपुर क्षेत्रों के दस मौजा में नई कोयला खदानों के विस्तार के लिए जमीन लेगी।

जैसे ही इसकी जानकारी लोगों हुई भू-माफियाओं को उस दाग नंबर के साथ सरकारी विभाग में यह कहते हुए रजिस्ट्री कर दी गई कि भूमि का मालिक या तो मर गया है या फिर भूमि मालिकों को जानकारी ही नहीं दी। उदाहरण के तौर पर इस मामले में पुलिस को पता चला कि अविनाश ने अपने साथियों की मदद से बांग्ला मांझी और सुंगली मेझाइन नाम के दो लोगों को मृत दिखाकर अपनी जमीन बिनोद मुर्मू नाम के शख्स को बेच दी थी। बीएलआरओ सूत्रों के मुताबिक शुरू में इस काम के लिए जमीन मालिकों को पंचायत मुखिया से फैमिली चार्ट समेत जानकारी देनी होती है। भूमाफियाओं ने मुखिया से फर्जी फैमिली चार्ट लेकर ऐसा किया है।

इस मामले में बीएलआरओ ने कहा कि उन्होंने रजिस्ट्री कार्यालय को पहले ही सूचित कर दिया है कि किसी भी भूमि को पंजीकृत करने से पहले, यदि उस क्षेत्र में पंचायत के मुखिया द्वारा दी गई जानकारी सही हो, तो यह भ्रष्टाचार कम हो जाएगा।वहीं कुछ भू-माफियाओं ने पुलिस को बताया है कि वे जब भी इन चिन्हित जमीनों को ईसीएल को सौंपेंगे तो उनके नाम पर दो एकड़ जमीन दिखा देंगे। वहां भी लाखों रुपए का कारोबार होता है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। Asansol Durgapur Police एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन चारों से पूछताछ में और भी भूमाफिया के नाम और ऐसा करने वालों के बारे में जानकारी जरूर सामने आएगी।

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