DURGAPUR के कई स्टूडेंट Ukraine में फंसे, परिजन चिंतित
बंगाल मिरर, दुर्गापुर: ( Durgapur News) रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले के बाद पश्चिम बर्दवान जिले से यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गए कई स्टूडेंट फंस गए (Students Stranded In Ukraine) हैं। जिसके बाद यहां उनके परिजन चिंतित है और वहां मेडिकल स्टूडेंट घर वापस के लिए परेशान हैं। पश्चिम बर्दवान जिले के पांच से अधिक छात्र यूक्रेन में फंसे हैं । उनके परिजनों ने सरकार से आवेदन किया है कि उनके बच्चों को को सुरक्षित वापस लाया जाये।
पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर से मेडिकल की पढ़ाई करने गये पांच से अधिक छात्र यूक्रेन के नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में फंसे हैं । ये सभी देश वापस लौटना चाहते हैं । छात्रों के परिजन दूतावास से संपर्क कर विशेष चार्टर फ्लाइट से बच्चों को देश वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं । बता दें कि दुर्गापुर स्टील टाउन निवासी राहुल प्रसाद राय , शुभजीत सिन्हा , नेहा खान , जिन्नत खान सहित पांच छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन के नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी गये हैं।
हवाई अड्डा बंद होने से उनके लौटने को लेकर परिजन ज्यादा चिंतित हैं . हालांकि छात्रों को यूक्रेन सरकार ने विश्वविद्यालय के हॉस्टलों में सुरक्षित रखा है . युद्ध शुरू होने से जरूरी सामान उन तक नहीं पहुंच पा रहा है । वही पानागढ़ बाजार न्यू स्टेशन रोड निवासी शिक्षक की पुत्री ज्योति सिंह ( 19 ) भी यूक्रेन में फंस गयी है। भूषण सिंह का कहना है कि उनकी पुत्री एमबीबीएस की पढ़ाई करने वहां गयी थी पानागढ़ की ज्योति सिंह के 26 फरवरी को लौटनेवाली थी , अचानक से युद्ध के शुरू होने से परिवारवालों की चिंता बढ़ गयी है ।
भारतीय दूतावास गुरुवार भी बातचीत की गयी है , लेकिन अभी तक कुछ स्ष्ट पता नहीं चल पा रहा है कि कैसे उनकी पुत्री लौटेगी . घर वापसी को लेकर परिजनों के साथ ही आसपास के लोगों ने भी ज्योति के लौटने को लेकर चिंता जाहिर की है . ज्योति के परिजन प्रशांत शर्मा ने बताया कि फिलहाल ज्योति कॉलेज के हॉस्टल में ही है , लेकिन युद्ध शुरू होने से वे लोग आतंकित हैं ।
बताया जाता है कि ज्योति के पिता और मां दोनों ही प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक हैं . एक मात्र पुत्री की चिंता से परिजनों की लगातार चिंता बढ़ती जा रही है . पिता भूषण सिंह ने बताया कि उनकी बेटी यूक्रेन के पश्चिम दिशा में मौजूद बीएसएमयू स्टेट मेडिकल कॉलेज के फर्स्ट ईयर में पढ़ती है . तीन माह पूर्व ही नवंबर में वह यूक्रेन गयी थी , ज्योति विशाखापट्टनम श्री चैतन्य विद्यालय से 12 वीं पास करने के