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भारत में 3.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगा जापान

बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता :  भारत में 3.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगा जापान पीएम मोदी ( PM Modi ) और जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा के बीच भारत-जापान ( India – Japan ) 14वीं शिखर वार्ता के दौरान दोनों देशों ने आर्थिक सहयोग सहित विभिन्न क्षेत्रों में 6 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। भारत एवं जापान ने कोविड महामारी के बाद शांतिपूर्ण, स्थिर एवं समृद्ध विश्व और वैश्विक आर्थिक प्रगति को बल देने के लिए अपनी द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का संकल्प लिया। इस दौरान साइबर सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा, आर्थिक एवं सांस्कृतिक साझेदारी संबंधी आपसी सहयोग के 6 करारों पर हस्ताक्षर किए। साथ ही जापान ने अगले पांच वर्षों के दौरान भारत में पांच ट्रिलियन येन (जापानी मुद्रा) यानी 3.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की। जापान का यह निवेश दोनों देशों के बीच वर्ष 2014 में बनी व्यापार प्रोत्साहन साझेदारी की अगली कड़ी है। दोनों नेताओं ने शनिवार को हैदराबाद हाउस में मुलाकात की और द्विपक्षीय, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने से जुड़े विषयों पर चर्चा की। मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। शिखर वार्ता के बाद दोनों नेताओं की उपस्थिति में दस्तावेज साझा किए गए। इसके बाद पीएम मोदी और जापानी प्रधानमंत्री किशिदा ने अपना-अपना वक्तव्य दिया।

भारत जापान

साइबर सुरक्षा क्षेत्र में सूचनाओं के आदान-प्रदान

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में मुख्य जोर भारत-जापान के बीच आर्थिक सहयोग में हो रही प्रगति पर केन्द्रित रखा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की साझेदारी हिन्द-प्रशांत क्षेत्र सहित पूरी दुनिया में शांति, समृद्धि और स्थायित्व के लिए लाभदायक है। समझौतों और करारों के तहत दोनों देश औद्योगिक प्रतिस्पर्धात्मक साझेदारी रोडमैप पर काम करेंगे। साइबर सुरक्षा क्षेत्र में सूचनाओं के आदान-प्रदान, क्षमता निर्माण और सहयोग करेंगे। नगरी विकास और घरेलू दूषित जल प्रबंधन के सिलसिले में भी एक करार हुआ है।

जापान और भारत की मजबूत साझेदारी बेहद महत्वपूर्ण

पीएम मोदी ने अपने वक्तव्य में कहा है कि विश्व कोविड महामारी के दुष्प्रभावों, आर्थिक पुनरुत्थान में आ रही अड़चनों और भू-राजनीतिक घटनाक्रम से जुड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे में जापान और भारत की मजबूत साझेदारी बेहद महत्वूर्ण है। उन्होंने कहा कि डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और मुंबई अहमदाबाद उच्च गति रेल जैसे फ्लैगशिप कार्यक्रम में जापान का सहयोग उल्लेखनीय रहा है। हम इस योगदान के लिए जापान के आभारी हैं। मुंबई अहमदाबाद उच्च गति रेल कॉरिडोर की प्रगति काफी अच्छी रही है। उन्होंने कहा कि भारत और जापान दोनों ही सुरक्षित, विश्वसनीय, अनुमानित और स्थिर ऊर्जा सप्लाई के महत्व को समझते हैं। हमारी साझेदारी स्वच्छ ऊर्जा सहयोग की दिशा में निर्णायक कदम साबित होगी।

पांच वर्षों में पांच ट्रिलियन येन होगा निवेश

प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि दोनों देशों ने 2014 में निर्धारित 3.5 खरब जापानी येन के भारत में निवेश का लक्ष्य पार कर लिया है और कहा कि अब हमने अपनी महत्वाकांक्षा को और बढ़ाने का निर्णय लिया है और आने वाले पांच वर्षों में पांच ट्रिलियन येन, मतलब करीब तीन लाख बीस हजार करोड़ रुपए का नया लक्ष्य तय किया है। वार्ता के बाद, जापान ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए एक सतत विकास पहल की भी घोषणा की।

70वीं वर्षगांठ मिलकर मनाएंगे

जापानी प्रधानमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत और जापान सैन्य अभ्यास से जुड़ा सहयोग आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि अब से जापानी सेब भारत में आसानी से मिल सकेंगे और भारत के आम का भी जापानी लोग लुफ्त उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देश आपसी संबंधों के 70वीं वर्षगांठ को मिलकर मनाएंगे। वहीं शिखर वार्ता के दौरान दोनों देशों ने अपने रक्षा मंत्रियों और विदेश मंत्रियों की टू प्लस टू बैठक शीघ्र आयोजित करने का भी निश्चय किया। किशिदा ने मोदी को जापान में प्रस्तावित क्वाड देशों की शिखर वार्ता में भाग लेने के लिए न्योता दिया। दोनों देशों ने स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी कायम करने की भी घोषणा की। साथ ही जापान ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में टिकाऊ विकास कि लिए सहयोग करने का भी ऐलान किया।

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