ASANSOL

दिल्ली पब्लिक स्कूल आसनसोल में विज्ञान प्रदर्शनी

बंगाल मिरर, आसनसोल : स्वामी विवेकानंद जी के अनुसार  ‘हम साधारण मानव नहीं, ईश्वर के अंश हैं, अनंत शक्तियों के भण्डार हैं। अपनी शक्तियों को पहचानो ।‘ ….. छात्रों को उनकी प्रतिभा से पहचान कराने का सशक्त माध्यम है – उन्हें कुछ करने का अवसर देना  । इसी उद्देश्य को दृष्टि में रखते हुए दिल्ली पब्लिक स्कूल आसनसोल में 25 फरवरी, दिन शनिवार को आयोजित विज्ञान , सामाजिक विषय , कंप्यूटर , गणित  व कला प्रदर्शनी में विभिन्न मॉडल्स प्रदर्शित कर  छात्रों ने अपनी  प्रतिभा का परिचय दिया । प्रदर्शनी का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य आर.डी.शर्मा ने फीता काटकर किया । उन्होंने कहा कि विद्यालय में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए हम हमेशा प्रयत्नशील रहते हैं। इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों में कल्पनाशीलता तथा वैज्ञानिक सोच का विकास होता है।


सामाजिक विषय के अंतर्गत क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम , अर्थक्विक अलार्म , लेयर्स ऑफ एट्मोस्फेयर , सांची स्तूप , न्यू पार्लियामेंट , रोमन एंपायर , डी. पी. एस. मॉडल , वॉटर साइकिल , सिटी ऑफ रोम , फिजिकल मैप ऑफ इंडिया,  वर्ल्ड मैप , टाइप्स ऑफ फॉरेस्ट, द हिमालय, टाइप्स ऑफ पोल्यूशन आदि को अत्यंत आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया ।  
कंप्यूटर विषय में स्नेक गेम पायथन , ऑटो मेटिक स्ट्रीट लाइट , स्मार्ट डस्टबिन , वेब पेज डिजाइन ऑफ डी. पी. एस. तथा गणित में मैजिक कलेंडर , जेनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी ,रामानुजन मैजिक स्क्वायर तथा नॉन इक्लुडियन ज्यामेट्री जैसे विषयों को प्रदर्शित कर छात्रों  ने अपनी सृजनात्मकता का परिचय दिया ।
विज्ञान मॉडल्स में वॉलकेनिक इरप्सिन, हायड्रोलिक रिजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम , स्मोक प्रोड्यूसर मशीन , मिनी इंवर्टर, विंड मिल जेनरेटर , आइ स्ट्रक्चर , वर्किंग  पीरियोडिक टेबल , वर्किंग रोबोट , होलोग्राम ,  सिक्यूरिटी  अलार्म , वायरलेस टेक्नालोजी, कनवेयर बेल्ट , नेचुरल वेजिटेशन एंड  वाइल्ड लाइफ , मोटर साइकल , इलैक्ट्रिक बैल , ओनियन पील अंडर माइक्रोस्कोप आदि मॉडल्स को न केवल बनाया बल्कि उनकी विस्तृत जानकारी भी अत्यंत स्पष्ट रूप से दी।  विज्ञान प्रदर्शनी में कक्षा नवम के छात्र देवदीप संघाई द्वारा निर्मित वर्किंग  पीरियोडिक टेबल का मॉडल विशेष आकर्षण का केंद्र रहा जिसकी विद्यालय के प्राचार्य व अन्य आगंतुकों ने विशेष सराहना की I

बच्चों द्वारा प्रदर्शनी में मॉडल्स से संबंधित पूछे गए प्रश्नों के उचित उत्तर देने  व पूरी प्रदर्शनी में अनुशासन बनाए रखने पर अतिथियों और अभिभावकों ने उनकी भूरि – भूरि प्रशंसा की ।
प्रधानाचार्य आर. डी. शर्मा ने प्रतिभागी बच्चों को शुभकमाएँ दी  तथा  प्रदर्शनी का अवलोकन कर  छात्र-छात्राओं की  वैज्ञानिक सोच की सराहना की। उन्होंने कहा कि बच्चों की कल्पनाशीलता तथा रचनाधर्मिता देखने लायक है। सभी मॉडल्स  की प्रशंसा करते हुए कहा कि बच्चों में प्रतिभा का भंडार है। इस प्रकार के आयोजनों का हिस्सा बन हमें अपनी प्रतिभा को निखारना चाहिए। उन्होंने कहा छात्र-छात्राओं का यह प्रयास न सिर्फ सराहनीय है बल्कि समाज को संदेश देने वाला भी है। यह प्रदर्शनी एक ओर जहाँ आने वाली समस्याओं को रेखांकित करती है, वहीं दूसरी ओर उसके समाधान को भी प्रस्तुत करती है। मैं समझता  हूँ कि यहाँ उपस्थित जितने भी अभिभावक तथा अतिथि हैं  वे इस प्रदर्शनी से एक सकारात्मक संदेश लेकर जाएँगे ।

Leave a Reply