राज्य में बढ़ रहा कोरोना, सरकार ने जारी किये निर्देश
बंगाल मिरर, कोलकाता : राज्य में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर चिंता बढ़ती दिख रही है। इसे लेकर राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा सतर्कता को लेकर निर्देश जारी किया गया है। टीका लिये व्यक्तियों को ही सार्वजनिक आयोजनों में शामिल होने का निर्देश। जिनलोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है। उन्हें टीका लगाने का निर्देश दिया है।
1. केवल स्वस्थ और पूरी तरह से टीकाकरण वाले लोगों को ही कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करते हुए सार्वजनिक समारोहों में शामिल होना चाहिए। 2. प्राथमिक टीकाकरण और एहतियाती खुराक प्रशासन को पूरा करने पर विशेष जोर दिया जाना चाहिए। इसके लिए यदि आवश्यक हो तो घर-घर जाकर अभियान चलाया जाना चाहिए। 3. स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंट लाइन कर्मी जनता पर कड़ी निगरानी कर सभी को टीका लगाया जाना चाहिए। 4. बुजुर्ग लोगों और उच्च रक्तचाप, मधुमेह, पुरानी फेफड़े / यकृत / गुर्दे की बीमारियों जैसे कॉमरेडिडिटी वाले लोगों को बूस्टर खुराक सहित सभी टीका लगाया जाना चाहिए।
5. सार्वजनिक समारोहों में लोगों को कोविड उपयुक्त व्यवहार अर्थात शारीरिक दूरी, मास्क/फेस कवर पहनना, हाथ और श्वसन स्वच्छता का पालन करना चाहिए। 6. सार्वजनिक सभाओं/बाजारों/सार्वजनिक परिवहन के स्थानों को पूरी तरह से साफ और हवादार होना चाहिए। 7. सार्वजनिक स्थानों पर थर्मल स्क्रीनिंग और सेनेटाइजेशन की उचित व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए। 8. स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को एचएफ / एसपीएसआरसी द्वारा जारी निदेशक स्वास्थ्य सेवाओं और निदेशक चिकित्सा शिक्षा सेवाओं द्वारा जारी संशोधित कोविड चिकित्सा प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। सभी संबंधितों से अनुरोध है कि आवश्यक कार्रवाई करें।
COVID 19 रोगियों के लिए परीक्षण:
1. पूर्व प्रक्रिया स्क्रीनिंग केवल मुहं / नासिका से जुड़ी प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है जहां सर्जन लंबे समय से निकट संपर्क में है । 2. बुखार के साथ अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता वाले सभी श्वसन रोग संबंधी रोगियों (एसएआरआई मामलों सहित) के लिए परीक्षण की आवश्यकता है। 3. बुखार के साथ सभी हाइपोक्सिक रोगियों (एसपीओ 2 <94) के लिए परीक्षण की आवश्यकता है। 4. अस्पताल में भर्ती होने वाले सभी बुखार रोगियों के लिए परीक्षण आवश्यक है। 5. किसी भी सर्जरी (बड़ी या छोटी) या इंटरवेंशनल / नॉन इंटरवेंशनल प्रक्रिया से पहले, नियमित अस्पताल में प्रवेश (डे केयर या नियमित) के लिए किसी भी COVID परीक्षण की आवश्यकता नहीं होती है, जब तक कि रोगी COVID 19 का लक्षणात्मक संकेत न हो। 6. परीक्षण की सुविधा के अभाव में किसी भी मरीज को दूसरे अस्पताल में रेफर नहीं किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य सुविधा से जुड़ी जांच इकाई तक सैंपल लेने व ले जाने की व्यवस्था की जाए।
व्यक्तिगत सुरक्षा:
1. सभी पात्र लोगों के लिए टीकाकरण की सिफारिश की जाती है। 2. मास्क, हाथ की स्वच्छता पर जोर दिया जाना चाहिए। 3. स्पर्शोन्मुख रोगी पर सर्जरी या प्रक्रियाओं के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए एन 95 मास्क, दस्ताने, फेस शील्ड और प्लास्टिक एप्रन हाथ की स्वच्छता के साथ पर्याप्त हैं। ऐसे मामलों में पीपीई के उपयोग की कोई आवश्यकता नहीं है। सह-रुग्ण स्थितियों वाले कोविड पॉजिटिव रोगियों का प्रवेश: जिन रोगियों में सह-रुग्णता (ओं) है और संयोग से किए जाने पर COVID परीक्षण पर पॉजिटिव हैं, उन्हें उनके संबंधित वार्ड में प्राथमिक देखभाल दाता के तहत भर्ती किया जाएगा। ऐसे रोगियों के लिए और पृथक स्थान हो सकते हैं
बुनियादी संक्रमण नियंत्रण उपायों की व्यवस्था के साथ संबंधित वार्ड या इकाई में / उसके पास चिह्नित। हालांकि, उस अस्पताल में COVID देखभाल से जुड़े डॉक्टर से राय ली जा सकती है। संबद्ध एआरडीएस के मामले में, रोगी को प्राथमिक देखभाल से अनुवर्ती कार्रवाई के साथ उस अस्पताल के कोविड विंग में स्थानांतरित किया जा सकता है। जीनोमिक अनुक्रमण के लिए सुझाव: यह आईसीएमआर द्वारा सिफारिश के अनुसार किया जाना चाहिए और अधिमानतः संभावित लहर के प्रारंभिक चरण में किया जाना चाहिए।