History of Asansol Court : Raniganj में 1889 में शुरू हुआ था न्यायिक कोर्ट
जोनल जज ने कोर्ट में फलक का किया उद्घाटन
बंगाल मिरर,एस सिंह, आसनसोल : ( History of Asansol Court ) आसनसोल कोर्ट के इतिहास के बारे में अब हर कोई जान सकेगा इसके लिए आसनसोल कोर्ट परिसर में एक फलक लगाया गया है। कलकत्ता हाईकोर्ट के जोनल जज राजर्षी भारद्वाज ने शनिवार को आसनसोल जिला कोर्ट परिसर में आकर कोर्ट परिसर में मौजूद फलक का पर्दा उठाकर आसनसोल अदालत के इतिहास का उद्घाटन किया। उन्होंने आसनसोल अदालत के इतिहास से जुड़े कई चीजों पर भी चर्चा किया।
वहीं इस दौरान उन्होंने आसनसोल जिला कोर्ट के वकीलों को मिलने वाली सुविधाओं पर भी जोर डाला तथा उक्त बातों पर उन्हें सहयोग करने का भी आश्वासन दिया। मौके पर कलकत्ता हाईकोर्ट के जोनल जज राजर्षी भारद्वाज, सीबीआई जज राजेश चक्रबर्ती समेत कोर्ट के अन्य कई न्यायाधीश मौजूद थे। इसके अलावा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश तिवारी, सचिव वाणी कुमार मंडल, सुप्रिय हाजरा, मनिपदमा बनर्जी, अनूप मुखर्जी, प्रभाकर नारायण सिंह, रमेश दास आदि उपस्थित थे।
History of Asansol Court
– आसनसोल अनुमंडल न्यायालय की स्थापना 1905 में हुई थी। न्यायिक न्यायालय 1889 में रानीगंज में स्थापित किया गया था और बाद में आसनसोल में स्थानांतरित कर दिया गया था। स्वतंत्र भारत में आसनसोल अनुमंडल न्यायालय का मुख्यालय बर्दवान जिले में स्थित था – जिसे अब पूर्वी बर्दवान के नाम से जाना जाता है। पश्चिम बंगाल के 23वें जिले पश्चिम बर्दवान का जन्म 7 अप्रैल 2017 को हुआ था। पश्चिम बर्दवान जिला न्यायालय की स्थापना सितंबर 2018 में आसनसोल सदर में हुई थी। जिला न्यायालय, पश्चिम – बर्दवान