ASANSOLसाहित्य

Asansol में आज राष्ट्रीय हिन्दी नाट्य उत्सव का अंतिम दिन, दिल्ली की टीम करेगी नाटक व्यक्तिगत का मंचन

बंगाल मिरर, आसनसोल : Asansol में आज राष्ट्रीय हिन्दी नाट्य उत्सव का अंतिम दिन। पश्चिम बंगाल हिन्दी अकादमी द्वारा राज्य सूचना एवं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय राष्ट्रीय हिन्दी नाट्य उत्सव का आज अंतिम दिन है। हिन्दी अकादमी के उपाध्यक्ष मनोज यादव ने बताया कि कोलकाता के बाहर राज्य में पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है। 

नाटक के बारे 

नाटक व्यक्तिगत ,

 लक्ष्मीनारायण लाल का एक अनोखा प्रयोग धर्मी नाटक है । नाटक के जरिए नाटककार ने यह दिखलाने की कोशिश की है कि आज का व्यक्ति एक भयानक भ्रम का शिकार हो गया है । जो सामाजिक हित की बातें हैं , भ्रमवश उसने उसे व्यक्तिगत समझ लिया है । दूसरे शब्दों में में सामाजिक हो गया हूँ , इसलिए समाज हित की बात पर विचार किए बिना वह अपनी सारी स्वार्थ लिप्सा पूरी कर लेना चाहता है । ऐसा करना वह अपना अधिकार समझता है अपने ही अस्तित्व के प्रति शंका से भरा प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी स्तर पर अपने जीवन के प्रत्येक क्षण को उसकी संपूर्णता में भोग लेना चाहता है । अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए वह छल , बल , कौशल सभी प्रकार की युक्तियाँ लगाता है । फिर भी उसका अहम असंतुष्ट ही रहता है । आज प्रत्येक व्यक्ति के भीतर अपने आप को न समझ पाने की उलझन और अपने आपको ना जी पाने की तड़प की अभिव्यक्ति ही नाटक का मूल कथ्य है।

पात्र परिचय … 

मंच पर निधि मिश्रा अमित सक्सेना दुर्गा शर्मा शिव प्रसाद मंच से परे संगीत डिजाइन संतोष कुमार प्रकाश डिजाइन सौती चक्रवर्ती पोशाक डिजाइन दुर्गा शर्मा पोस्टर और ब्रोशरमजीबुर रहमान सेट और प्रॉप्स शिव प्रसाद गोंड लेखक लक्ष्मीनारायण लाल डायरेक्शन- राजेश सिंह व्यक्तिगत नाट्य संस्था के बारे में फ्लाइंग फेदर्स आर्ट एसोसिएशन का गठन २००८ में थिएटर , पेंटिंग , संगीत स्थापना और वीडियो कला के विभिन्न कलाकारों के उत्साही लोगों के एक समूह द्वारा किया गया था , जो सभी प्रकार के कलात्मक दृष्टिकोण और स्वयं के साथ – साथ सामाजिक और रचनात्मक अन्वेषण में विश्वास करते हैं । इस समाज का मुख्य उद्देश्य मंच प्रदान करना है जहां पारंपरिक , शास्त्रीय , लोकप्रिय और आधुनिक कला और कलाकार सहयोग कर सकते हैं और अपनी कलात्मक ताकत और दृष्टि का पता लगा सकते हैं । हमारा भविष्यवादी दृष्टिकोण सभी आवश्यक कलात्मक और तकनीकी संसाधनों से लैस एक प्रदर्शन कला केंद्र का निर्माण करना है । 

अब तक हमारे समूह ने राजेश सिंह द्वारा निर्देशित ब्लैकबोर्ड लैंड , त्रिपुरारी शर्मा द्वारा निर्देशित चार रंग , • गार्गी भारद्वाज द्वारा निर्देशित पर्किन्स पिकिंग , त्रिपुरारी शर्मा द्वारा निर्देशित शायर शटर डाउन , धीरेंद्र द्विवेदी द्वारा निर्देशित बेट्रेयल , लुक बैंक इन एंगर , अपरिचित द्वारा दक्षिण चक्रवर्ती , हाउ टू जैसे नाटक किए है । राजेश सिंह द्वारा बाबूजी , टीकम जोशी द्वारा शिफा आदि भी शामील हैं ।

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