Asansol : दुनिया से जाते -जाते दिलेरी का कार्य कर गए बस चालक मुक्तो
- नवद्वीप से 171 किलोमीटर की करीब चार घंटे की दुरी तय कर आसनसोल पहुंच तोड़ा दम
- बिच रास्ते मे ही अचानक से बस चालक मुक्तो का हो गया था तबियत
ख़राब - अपनी जान पर खेल बस मे यात्रा कर रहे करीब 50 से ज्यादा यात्रियों को उचित समय पहुँचाया उनके मंजिल
बंगाल मिरर,आसनसोल, : पश्चिम बंगाल आसनसोल गिरजा मोड़ स्थित बस स्टेण्ड पर रविवार सुबह करीब 11 बजे काफी ह्रदय विदारक घटना देखने को मिली, नदिया जिले के नवद्वीप से अहले सुबह पाँच बजकर 25 मिनट पर निकल कर सुबह दस बजकर 25 मिनट पर आसनसोल पहुँची रवि नामक एक बस के चालक की सुबह करीब 11 बजे मौत हो गई, अचानक से हुई घटना को लेकर पुरे बस स्टेण्ड मे हड़कंप मच गया, बस स्टेण्ड मे मौजूद यात्रियों से लेकर अन्य बस चालकों के मन मे कई तरह के सवाल खड़े हो गए, की आखिर ऐसा हुआ तो हुआ कैसे, जो व्यक्ति सुबह एक दम चुस्त और दरुस्त अवस्था मे बस मे सवार करीब 50 से ज्यादा यात्रियों को 171 किलोमीटर की करीब चार घंटे की दुरी तय कर नवद्वीप से आसनसोल लेकर वो भी उचित समय पर पहुँचा दिया, भला वह इंसान आखिरकार अचानक से इस तरह से दुनिया छोड़कर कैसे जा सकता है,
घटना को लेकर बस के उप चालक की अगर माने तो बस चालक मुल्ला हबिबूल सकेर, उर्फ़ मुक्तो की आधे रास्ते मे ही तबियत बिगड़ गई, उसकी पेशाब नही होने के कारण अचानक से उसको बेचैनी होने लगी, बस के उप चालक ने उसे कई बार रास्ते मे कहा भी की अगर उनको ज्यादा दिक्कत है तो वह बस खड़ा कर दें बस मे सवार यात्रियों को दूसरे बस मे भेज दिया जायेगा, पहले वह अपना इलाज करवाएं, पर बस चालक मुक्तो ने अपने उप चालक को कहा की नही बस मे सवार यात्रियों को उचित समय मे आसनसोल पहुँचाना है, अगर उनको उचित समय पर आसनसोल नही पहुँचाया तो बस का वर्षों से बना टाईम टेबल गड़बड़ा जायेगा, बस के उप चालक कुछ नही बोला और अपने चालक मुक्तो के होंसले को सलाम कर अपने काम पर लग गया,
बस चालक मुक्तो उचित समय पर सुबह दस बजकर 25 मिनट पर आसनसोल ले आए, बस को आसनसोल बस स्टेण्ड पर खड़ा भी कर दिया, जिसके बाद बस चालक मुक्तो ने अपने उप चालक को कहा की अब वो उसे अस्पताल ले चले बस चालक मुक्तो के कहने पर बस के उप चालक ने बस चालक मुक्तो को लेकर आसनसोल जिला अस्पताल ले गए, जहाँ इलाज के दौरान उनकी सुबह करीब 11 बजे मौत हो गई, मौत की घटना सुन पुरे बस स्टेण्ड मे बस चालकों के बिच मानो मातम का माहौल है, बस चालक मुक्तो के करीबी बताते हैं की बस चालक मुक्तो करीब 40 वर्ष से ज्यादा समय से वह बस चला रहे हैं, वह पूर्व बर्दवान के कुरमुन के रहने वाले हैं, उन्होने अपने पीछे अपनी पत्नी और अपने एक बेटे व अपने पतोह और एक पोते को छोड़ गए हैं, बताया जा रहा है की उनकी ही कमाई से उनके परिवार का भरण पोषण चलता था, ऐसे मे अचानक से उनकी हुई मौत के बाद उनके पुरे परिवार के ऊपर आर्थिक से लेकर भुकमरी का संकट मंडराने लगा है,