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2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो : राष्ट्रपति

राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत, कहा- ‘आज भारतीयों का आत्मविश्वास शीर्ष प

बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता :  राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत, कहा- ‘आज भारतीयों का आत्मविश्वास शीर्ष पर’ संसद का बजट सत्र शुरू हो गया है। बजट सत्र मंगलवार 31 जनवरी 2023 से 6 अप्रैल 2023 तक चलेगा। इस बीच 66 दिनों में 27 बैठकें होंगी। इस सत्र की शुरुआत मंगलवार केंद्रीय कक्ष में लोकसभा और राज्यसभा दोनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ हुई।

‘अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड विकसित भारत के निर्माण का कालखंड’

इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड स्वतंत्रता की स्वर्णिम शताब्दी का और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। यह 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं। ‘2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो’ आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा, हमें 2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और जिसमें आधुनिकता का हर स्वर्णिम अध्याय हो। हमें ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर हो और जो अपने मानवीय दायित्वों को पूरा करने के लिए भी समर्त हो। ऐसा भारत जिसमें गरीब न हो, जिसका मध्यम वर्ग भी वैभव से युक्त हो। ऐसा भारत जिसकी युवा शक्ति और नारी शक्ति समाज और राष्ट्र को दिशा देने के लिए सबसे आगे खड़ी हो, जिसके युवा समय से दो कदम आगे चलते हों। ऐसे भारत जिसकी विविधता और अधिक उज्जवल हो, जिसकी एकता और अधिक अटल हो।

‘बीते नौ वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे’

मेरी सरकार के लगभग नौ वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदला है। जो भारत कभी अपनी अधिकांश समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वहीं आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बन रहा है। जिन मूल सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिली है। जिस आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की हम कभी कामना करते थे, वह इन वर्षों में देश में बनना शुरू हुआ है। आज भारत में एक ऐसा डिजिटल नेटवर्क तैयार हुआ है, जिससे विकसित देश भी प्रेरणा ले रहे हैं। बड़े-बड़े घोटालों, सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की जिन समस्याओं से देश मुक्ति चाहता था, वह मुक्ति अब देश को मिल रही है।

भारत सरकार के विशेष प्रयासों का किया उल्लेख

राष्ट्रपति ने प्रगति और प्रकृति विरोध को समाप्त करने और भारत के अक्षय ऊर्जा के लिए किए जाने वाले विशेष प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों में भारत ने अपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता को 20 गुना बढ़ाया है। राष्ट्रपति ने गरीबों और वंचितों के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ‘गरीबी हटाओ’ अब सिर्फ एक नारा नहीं रह गया है। उनकी सरकार गरीबों की समस्याओं के स्थायी समाधान और उन्हें सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है। उन्हें खुशी है कि सरकार ने नई परिस्थितियों के अनुसार पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार करने का निर्णय लिया है।

‘सरकार जरूरी सुविधाएं लोगों तक पहुंचाकर लोगों में बढ़ा रही विश्वास’

उन्होंने बताया कि सरकार बिजली पानी, गैस और अन्य जरूरी सुविधाएं लोगों तक पहुंचाकर उनका सरकार में विश्वास बढ़ा रही है। आयुष्मान भारत और जन औषधि के माध्यम से ही गरीबों के करीब 01 लाख करोड़ रुपए की बचत हुई है। 11 करोड़ लोगों के घरों में नल से जल पहुंचा है और साढ़े तीन करोड़ लोगों को पक्का मकान मिला है। सरकार के अंत्योदय प्रयासों का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आकांक्षी जिलों के बाद अब सरकार आकांक्षी ब्लाक पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, आकांक्षी जिला कार्यक्रम को अब ब्लॉक स्तर पर दोहराया जा रहा है, जिसके लिए देश में 500 ब्लॉकों की पहचान की गई है। सीमावर्ती क्षेत्रों के गांवों को विकसित करने के लिए ”वाइब्रेंट विलेज” कार्यक्रम भी शुरू किया गया है।

आत्मनिर्भर भारत’ की सफलता का लाभ देश को मिलना शुरू’

महिला सशक्तिकरण पर राष्ट्रपति ने कहा कि बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ जैसी योजनाओं से देश में महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है और महिलाओं के स्वास्थ्य में भी पहले से ज्यादा सुधार हुआ है। राष्ट्रपति ने कहा कि ‘मेड इन इंडिया’ अभियान और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान की सफलता का लाभ देश को मिलना शुरू हो चुका है। आज भारत में मैन्युफैक्चरिंग की अपनी कैपेसिटी भी बढ़ रही है और दुनिया भर से भी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां भारत आ रही हैं। देश आत्मनिर्भर भारत के तहत प्रगति के मार्ग पर है। भारत निर्यात में वृद्धि कर रहा है और रक्षा निर्यात अब 6 गुणा बढ़ गया है। भारत दुनिया का शीर्ष मोबाइल निर्यातक देश बन गया है और खिलौनों में निर्यात 60% बढ़ा और आयात 70% घटा है। इसके साथ ही खादी का भी एक लाख करोड़ का टर्नओवर हो गया है।

‘भ्रष्टाचार लोकतंत्र और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन’

राष्ट्रपति ने भ्रष्टाचार को लोकतंत्र और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ निरंतर लड़ाई और ईमानदारी को सम्मान देते हुए प्रयास जारी है। 27 लाख करोड़ रुपए पारदर्शी प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना के माध्यम से लोगों तक पहुंचाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था। आज आयकर रिटर्न भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है। आज GST से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है।

‘आदिवासी गौरव के लिए मेरी सरकार ने अभूतपूर्व फैसले किए’

राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने अपने प्रयासों से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की आकांक्षाओं को जगाया है। ये वही वर्ग है जो विकास के लाभ से सबसे अधिक वंचित था। अब जब मूल सुविधाएं इस वर्ग तक पहुंच रही हैं, तब ये लोग नए सपने देखने में सक्षम हो पा रहे हैं। आदिवासी गौरव के लिए मेरी सरकार ने अभूतपूर्व फैसले किए हैं। नॉर्थ ईस्ट और हमारे सीमावर्ती क्षेत्र, विकास की एक नई गति का अनुभव कर रहे हैं। सीमावर्ती गांवों तक बेहतर सुविधाएं पहुंचाने के लिए मेरी सरकार ने वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम पर काम शुरू किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी सीमावर्ती क्षेत्रों में अभूतपूर्व ढांचागत सुविधाएं बीते सालों में तैयार किया गया है। इससे भी, इन क्षेत्रों में विकास को गति मिल रही है।

‘बीते आठ वर्षों में 300 से अधिक नए विश्वविद्यालय बने’

उन्होंने कहा कि सरकार देश के विकास के लिए अभूतपूर्व और अतुलनीय स्पीड व स्केल पर काम कर रही है। 2014 से पहले जहां देश में कुल लगभग 725 विश्वविद्यालय थे, वहीं बीते केवल आठ वर्षों में 300 से अधिक नए विश्वविद्यालय बने हैं। ‘आज भारत दुनिया का तीसरा बड़ा एविएशन मार्केट’ देश का एविएशन सेक्टर भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज भारत दुनिया का तीसरा बड़ा एविएशन मार्केट बन चुका है। इसमें उड़ान योजना की भी बहुत बड़ी भूमिका है। भारतीय रेलवे अपने आधुनिक अवतार में सामने आ रही है और देश के रेलवे मैप में अनेक दुर्गम क्षेत्र भी जुड़ रहे हैं।

‘भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा बिजली से चलने वाला रेलवे नेटवर्क’

भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा बिजली से चलने वाला रेलवे नेटवर्क बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। राष्ट्रपति ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में देश पंच प्राणों की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है। गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए भी मेरी सरकार निरंतर प्रयासरत है। जो कभी राजपथ था, वह अब कर्तव्य पथ बन चुका है। भगवान बसवेश्वर ने कहा था – कायकवे कैलास। अर्थात् कर्म ही पूजा है, कर्म में ही शिव हैं। उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए मेरी सरकार राष्ट्र निर्माण के कर्तव्य को पूरा करने में तत्परता से जुटी है।

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Mr. Chandan | Senior News Editor Profile Mr. Chandan is a highly respected and seasoned Senior News Editor who brings over two decades (20+ years) of distinguished experience in the print media industry to the Bengal Mirror team. His extensive expertise is instrumental in upholding our commitment to quality, accuracy, and the #ThinkPositive journalistic standard.

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