ASANSOL

Raniganj में अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर, Asansol में कब ?

बंगाल मिरर, रानीगंज : हाल ही में टीएमसी पार्षद रणबीर सिंह उर्फ जीतू सिंह ने कहा था कि आसनसोल में भी उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ की तरह बुलडोजर की जरूरत है, उसी अनुरूप आज रानीगंज में अवैध निर्माण पर निगमका बुलडोजरचला। निगम की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया। अब विपक्षी दल के पार्षदों का कहना है कि आखिरकार आसनसोल में अवैध निर्माण पर बुलडोजर कब चलेगा। निगम प्रशासन का दावा है
आसनसोल निगम के वार्ड नंबर 92 चु़ॉीपट्टी क्षेत्र में तालाब भरवाकर अवैध निर्माण किया जा रहा था इससे पहले शौकत खान नाम के व्यक्ति के खिलाफ तालाब भरने और अवैध निर्माण की शिकायत दर्ज कराई गई थी.

यह शिकायत आसनसोल के पूर्व मेयर की पत्नी भाजपा पार्षद चैताली तिवारी और कांग्रेस पार्षद गुलाम सरवर ने अलग-अलग की थी,  अवैध निर्माण का आरोप का मुद्दा बोर्ड बैठक में भी उठा था। जिसके बाद  19 जून, 2022 को प्राथमिकी दर्ज की थी। जिसे लेकर रानीगंज में खासी गहमागहमी मच गई। उन्होंने दावा किया कि रानीगंज के एक वार्ड पार्षद और आसनसोल नगर निगम के कुछ अधिकारी भी इस अवैध निर्माण में शामिल हैं. बाद में उस निर्माण को लेकर भारी राजनीतिक दबाव शुरू हो गया। इस घटना के बाद निगम की ओर से कई बार नोटिस जारी किया गया, लेकिन फिर भी कोई काम नहीं हुआ। मकान को गिराने का नोटिस भी दिया गया था।

फिर भी निर्माण कार्य से जुड़े सदस्यों ने कानून का दरवाजा खटखटाया। लेकिन आसनसोल निगम ने नगरनिगम ने इसे अवैध बताकर इमारत की तीन मंजिलों से लेकर सभी मंजिलों को गिराने की पहल की. हालांकि, निर्माण में शामिल परिवार के सदस्य और आस-पास के इलाकों के कई निवासी निर्माण के अभियान को रोकने के लिए आए थे। उनका दावा है कि वे किसी तालाबको भरकर घर नहीं बना रहे हैं। यह निर्माण उन्होंने प्लान पास किए बिना ही किया था। जिसके लिए वे जुर्माने से पूरी तरह अपना घर बनाने की पहल कर रहे थे।

हालांकि, आसनसोल कॉर्पोरेशन के वकील सुदीप्त घटक ने कहा कि उन्होंने उच्च अधिकारियों निर्देश के अनुसार इस अवैध निर्माण को गिराने की पहल की है. यह घर बिना उचित अनुमति के तालाब पर बनाया जा रहा था। . और ऐसे ही उन्होंने इस घर को गिराने की पहल की है। दिनदहाड़े हो रहे अवैध निर्माण को लेकर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। हालांकि निर्माण कंपनी के सदस्यों ने निर्माण कार्य रोकने के लिए तरह-तरह के तर्क दिए, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें हटवा दिया और जेसीबी से मकान को तोड़ दिया। किसी भी तरह की तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए इलाके में कॉम्बैट फोर्स और महिला पुलिस तैनात थी।

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