Mamata Banerjee ने शुभेंदु का नाम लिये बिना बोला हमला, मेरे भाई-भाभी को डराकर बीजेपी में शामिल कराना चाहते
बंगाल मिरर, कोलकाता : ( Mamata Banerjee Attacks suvendu adhikari in assembly ) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई बहस के जवाब में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी का नाम लिए बिना जमकर हमला बोला। अभिभाषण पर हुई बहस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अभी बीजेपी में हैं। जान से भी मार सकते हैं। वे यह भी कर सकते हैं। ममता बनर्जी ने विधानसभा में हाल में करोड़ रुपये जब्त किये गये। आरोपी के साथ शुभेंदु अधिकारी की तस्वीर भी विधानभा में पेश की और केंद्र सरकार पर भी जमकर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि बीएसएफ राजवंशी युवकों को गोली मार रही है। ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में पिछले 11 सालों में माओवादी हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है। 2014 से कोई केएलओ गतिविधि नहीं है। बंगाल में 2014 के बाद से कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं। क्या यह एक बेहतर बंगाल नहीं है?
ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में प्रति व्यक्ति 59000 का कर्ज है, इसकी वजह माकपा और भाजपा पैसा नहीं दे रही है। पहाड़ी इलाकों में जीटीए चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। ममता बनर्जी ने बिना शुभेंदु अधिकारी का नाम लिये बिना कहा, “नेता प्रतिपक्ष के भाषण में कोई बाधा नहीं दिया गया है और कोई सामंजस्य नहीं है। नेता प्रतिपक्ष का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं नेता प्रतिपक्ष की ओर से आपका अपमान करने के लिए क्षमा चाहती हूं।” शुभेंदु अधिकारी का नाम लिए बिना ममता बनर्जी ने कहा कि पिता को मंत्री बनाया जाता है और बेटा उसके समारोह में शामिल नहीं होता है। ममता बनर्जी ने कहा, “मुझे पता है कि नंदीग्राम में क्या हुआ था। 14 मार्च को जब नंदीग्राम में फायरिंग हुई तो पिता-पुत्र वहां नहीं थे….7 दिन तक बाहर भी नहीं निकले। मैं हर परिवार का सम्मान करती हूं। इसलिए इस परिवार पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती हूं।” उन्होंने कहा कि जिस राजबंशी युवक प्रेम सिंह को बीएसएफ के बुलेट से मारा गया, किसने की जांच की? प्रेम सिंह के शरीर बुलेट के 186 टुकड़े मिले..उनका कसूर क्या था? ममता बनर्जी ने कहा कि ईडी और सीबीआई बीजेपी का हथियार हो गई है। लेकिन साल 2024 में बीजेपी को जनता द्वारा नर्वाचित सरकार हटाएगी। उन्होंने इस अवसर पर केंद्र सरकार द्वारा बकाये नहीं देने का भी मुद्दा उठाया और भाजपा पर हमला बोला।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाई कार्तिक और उनकी पत्नी काजरी बनर्जी को भाजपा ने पार्टी में शामिल होने के लिए ‘मजबूर’ किया गया। मुख्यमंत्री ने सोमवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाबी भाषण में यह खुलासा किया। हालांकि उन्होंने कार्तिक और काजरी का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा, ”मेरे भाई और भाई की बहू को धमकाया गया और जबरन भाजपा में ले जाना चाहते थे। लेकिन वे नहीं गए, क्योंकि, वे जानते हैं कि दीदी डांटेंगी और गुस्सा करेंगी।” ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कार्तिक और काजरी को भाजपा में शामिल नहीं होने को लेकर निशाना बनाया जा रहा है। बता दें कि कोयला तस्करी मामले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बालीगंज स्थित एक निजी कंपनी के दफ्तर पर छापा मारा था। वहां से 1 करोड़ 40 लाख कैश बरामद किया गया था। जांच के दौरान जांचकर्ताओं को मंजीत सिंह ग्रेवाल उर्फ जीटी भाई नाम के शख्स के बारे में पता चला। ईडी के सूत्रों का दावा है कि एक ‘प्रभावशाली’ नेता मंजीत के जरिए कोयला तस्करी के पैसे को डायवर्ट करने की कोशिश कर रहा था।
शुभेंदु ने ममता के भाई पर लगाया था आरोप
केंद्रीय जांच एजेंसी के इस दावे के बाद राज्य में विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर शिकायत की कि जीटी भाई भवानीपुर उपचुनाव में ममता के प्रचार के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री और उनके भाई कार्तिक के साथ जीटी भाई की एक तस्वीर भी प्रकाशित की (हालांकि अखबार ने तस्वीर की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की है)। शुभेंदु ने रविवार को वीडियो भी ट्वीट किया। हालांकि अखबार ने उस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है। साथ ही शुभेंदु ने आरोप लगाया है कि मंजीत और काजरी के पास 2 करोड़ 40 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति है। विपक्षी दल के नेता के आरोपों के जवाब में मुख्यमंत्री ने सोमवार को विधानसभा में जवाबी भाषण दिया।
ममता ने मनजीत के साथ दिखाई शुभेंदु की तस्वीर
ममता ने विधानसभा में शुभेंदु अधिकारी के साथ मनजीत की फोटो दिखाई। इसके बाद उन्होंने कहा, ‘मैं मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों में भी जाती हूं। मेरी तस्वीर दिखाई जा रही है।” मनजीत के साथ मुख्यमंत्री की ट्वीट की गई तस्वीर शुभेंदु ने एक गुरुद्वारे की है। ममता ने बिना नाम लिए कहा, “कार्तिक और काजरी को भाजपा में शामिल नहीं होने के लिए निशाना बनाया जा रहा है।” उन्होंने यह भी कहा, ”भाजपा कोयले की बात कर रही है। कोल इंडिया किसके अधीन? ईडी, सीबीआई सब दिखा रहे हैं।”
ममता के भाई कार्तिक ने भी शुभेंदु अधिकारी पर बोला हमला
शुभेंदु की शिकायत के जवाब में कार्तिक ने अपना मुंह खोला है। उसने मंजीत से जान पहचान की बात स्वीकार की। साथ ही उन्होंने शुभेंदु के आरोपों को गलत बताया। उन्होंने दावा किया, “मैं जानबूझकर अन्याय के साथ कभी समझौता नहीं करता। मुझे लगता है कि ईडी के लोग भी इंसान हैं।” कार्तिक ने मीडिया में शुभेंदु के साथ मंजीत की एक तस्वीर भी दिखाई। बता दें कि काजरी बनर्जी 2021 के कोलकाता नगर निगम चुनाव में वार्ड 73 से पार्षद चुनी गई हैं। शुभेंदु ने जिन तीन जमीनों को मंजीत या उसके परिवार के साथ मिलकर खरीदने का आरोप लगाया है, उनमें से एक वार्ड 73 में हैं। मुख्यमंत्री उसी वार्ड के निवासी हैं।