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बिट्टू की हत्या में 2 गिरफ्तार, साजिश रच मारी गई गोली !

बंगाल मिरर, एस सिंह, आसनसोल :  नियातपुर में जंगल से बरामद बिट्टू साव के शव के मामले में चर्चा का बाजार यह है कि उसके चचेरे मामा ने ही उसकी गोली मारकर हत्या कर दी । । बताया जाता है कि बिट्टू के सिर के पीछे और पीठ पर दो गोलियां मारी गई थी। पुलिस ने हथियार भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने इस मामले में सोनू साव और छोटू साव को गिरफ्तार किया। दोनों को आज कोर्ट में पेश कर पुलिस ने रिमांड मांगा।  हालांकि पुलिस की ओर से डीसी अभिषेक मोदी ने कहा है कि मामले की प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। 

 युवक का शव बरामद होने की शुरुआत में पुलिस को भनक तक नहीं लगी। बाद में कुल्टी थाना व नियामतपुर चौकी की पुलिस को इसकी जानकारी हुई। आसनसोल दुर्गापुर पुलिस के डीसीपी (पश्चिम) अभिषेक मोदी सहित पुलिस अधिकारी रात में इलाके में गए। वे परिवार के सदस्यों से बात करते हैं। बाद में शव मिलने के स्थान पर तलाशी अभियान चलाया गया। तभी पुलिस को वहां से एक कारतूस का खोल मिला। इस घटना में पुलिस ने सोमवार देर रात दो करीबी रिश्तेदारों को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की. बाद में मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार लोगों के नाम सोनू साव और छोटू साव हैं। सोनू सीतारामपुर और छोटू उसी इलाके के रहने वाले हैं,  पूछताछ के दौरान आरोपी ने बिट्टू को गोली मारने की साजिश की बात कबूल नहीं की। उन्होंने कहा, तीन लोग जंगल के पास खेत में बैठकर शराब पी रहे थे। तभी साथ में लगी पाइप गन से गोली चल गई। हालांकि, पुलिस इसे मानने को तैयार नहीं थी। पुलिस ने मृतक युवक के परिजनों की तहरीर पर हत्या का मामला दर्ज छानबीन कर रही  है।

 युवक की हत्या क्यों की गई पुलिस इसका पता लगाने का प्रयास कर रही है। हालांकि, प्रारंभिक जांच के बाद, पुलिस ने अनुमान लगाया है कि व्यक्तिगत रंजिश या पारिवारिक संपत्ति विवाद के कारण युवक की हत्या पूर्व नियोजित  साजिश  से की गई थी। 

मालूम हो कि नियामतपुर विष्णुबिहार के रहने वाले 23 वर्षीय बिट्टू साव का लहूलुहान शव पास के पलास बगान से सोमवार की देर शाम बरामद किया गया है। यह पलासबगान जंगल बिट्टू के घर के ठीक पीछे करीब 200 मीटर की दूरी पर है। वह सोमवार को दोपहर दो बजे घर से निकला था। शाम तक उसका कोई अता पता नहीं चलने पर स्वजनों ने पीछे के जंगल में ढूंढना शुरू किया। वहां बिट्टू पेट के बल लेटा हुआ था, उसके सिर और मुंह से खून बह रहा था। मृतक के भाई विक्रम साव ने बताया कि बिट्टू को लहुलुहान देख कर उन्होंने उसे इलाज के लिए नियामतपुर के श्री अस्पताल में भर्ती कराया। वहां चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए आसनसोल जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जब जिला अस्पताल के आपातकालीन में उसे ले जाया गया तो वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। विक्रम ने बताया था कि बिट्टू पढ़ने लिखने वाला लड़का था। उसकी किसी के साथ कोई दुश्मनी ही नहीं थी। इसके बावजूद किसने उसके साथ ऐसी हरकत की समझ में नहीं आ रहा है। बताया जाता है कि बिट्टू के पीठ में गहरे घाव के निशान थे।  

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