Asansol : शिल्पांचल में जयंती पर याद किए गए विश्वकवि रविंद्रनाथ टैगोर
बंगाल मिरर, आसनसोल : आज आसनसोल शिल्पांचल में भी कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की 163 वीं जयंती मनाई गई इस मौके पर आसनसोल नगर निगम विभिन्न वामपंथी संगठन एनजीओ तथा अन्य सामाजिक संस्थाओं की तरफ से धूमधाम से कवि गुरु की जयंती मनाई गई इस मौके पर आसनसोल नगर निगम की तरफ से आसनसोल नगर निगम के मुख्यालय से एक प्रभात फेरी निकली जिसमें मेयर विधान उपाध्याय चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी दोनों डिप्टी मेयर वसीम उल हक अभिजीत घटक एमएमआईसी गुरदास चटर्जी सहित तमाम पार्षद तथा एनसी लाहिरी हाई स्कूल चेलीडंगाल हाई स्कूल आगा बैग स्कूल के तमाम विद्यार्थी और उनके अभिभावक गण उपस्थित थे
![](https://i0.wp.com/bengalmirrorthinkpositive.com/wp-content/uploads/2024/05/img-20240520-wa01481045365085360283686.jpg?resize=500%2C428&ssl=1)
![](https://i0.wp.com/bengalmirrorthinkpositive.com/wp-content/uploads/2023/10/IMG-20230207-WA0151-e1698295248979.webp?resize=768%2C512&ssl=1)
![](https://i0.wp.com/bengalmirrorthinkpositive.com/wp-content/uploads/2023/05/IMG20230509072859-1024x771-1.jpg?resize=500%2C376&ssl=1)
यह प्रभात फेरी आसनसोल नगर निगम से निकलकर जीटी रोड के रास्ते रविंद्र भवन तक गई वहां पर कवि गुरु की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया इस मौके पर मेयर विधान उपाध्याय ने कहा कि आज कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की 163 वीं जयंती है कवि गुरु ने ने सिर्फ बांग्ला समाज बल्कि पूरे हिंदुस्तान के सामाजिक सांस्कृतिक और राजनीतिक परिदृश्य में अपने साहित्य से बहुत बड़ा योगदान दिया है उन्होंने कई पीढ़ियों की सोच को अपने साहित्य से परिवर्तित किया है आज उन्ही की वजह से बंगाल का नाम हिंदुस्तान नहीं पूरे विश्व में आदर के साथ लिया जाता है उन्होंने कहा कि 2011 में जब से ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी की सरकार आई है तब से रविंद्र नाथ टैगोर जैसे महापुरुषों की जयंती और पुण्यतिथि पर उनको पूरी श्रद्धा के साथ याद किया जाता है इससे पहले जब बंगाल में वामपंथियों का शासन था तब कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर को वह सम्मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे उन्होंने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि वामपंथी कवि गुरु को बुर्जुआ कहा करते थे इससे उनकी मानसिकता का पता चलता है।
![](https://i0.wp.com/bengalmirrorthinkpositive.com/wp-content/uploads/2023/05/IMG-20230509-WA0177-1024x473-1.jpg?resize=500%2C231&ssl=1)
सब पेयेछिर आसर में कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की 163वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। सब पेयेछिर आसर के सभापति और प्रमुख उद्योगपति और समाजसेवी सचिन रॉय, सब पेयेछिर आसर के सचिव माधव रॉय डॉक्टर पीके दे सरकार गोपाल मित्र श्यामल सामंत रूपक रॉय के साथ सब पेयेछिर आसार से जुड़े लोगों और बच्चों ने कवि गुरु की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। जिसके बाद विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सचिन रॉय ने कहा कि अगर हम कवि ग्रुप के बारे में बात करना शुरू कर दें तो बातें खत्म नहीं होंगी। सचिन राय ने कहा कि रवीन्द्रनाथ टैगोर की साहित्यिक रचना कालातीत थी, उन्होंने अपनी साहित्यिक रचना से अनंत काल का संदेश दिया, उनकी रचना आज भी उतनी ही प्रासंगिक है. उन्होंने नई पीढ़ी को रवींद्रनाथ टैगोर की साहित्यिक कृतियों को और अधिक पढ़ने और समझने की सलाह दी
![](https://i0.wp.com/bengalmirrorthinkpositive.com/wp-content/uploads/2023/05/IMG-20230509-WA0015.jpg?resize=500%2C375&ssl=1)
आज पूरे प्रदेश के साथ-साथ आसनसोल बर्नपुर आदि इलाकों में भी कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की 163 वी जयंती धूमधाम से मनाई गई इस्पात नगरी बर्नपुर मैं भी रविंद्र जयंती के मौके पर कई कार्यक्रम हुए । इस मौके पर रानीगंज के विधायक और ए डीडीए चेयरमैन तापस बनर्जी पार्षद तपन बनर्जी पूर्व चेयरमैन शिवानंद बावरी सहित तमाम गणमान्य लोगों और स्थानीय लोगों ने शिरकत की। सभीने बताया कि आज का दिन बंगाल में रहने वाले हर एक व्यक्ति के लिए बेहद खास है क्योंकि आज कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती है जिन्होंने बंगाल को विश्व पटल पर पहचान दिलाई थी
- আসানসোলের ছেলে অনিকেত মিশ্রের লেখা বই “১২৫ ইয়ার্স অফ অলিম্পিক্স” হয়ে উঠেছে জনপ্রিয়
- আসানসোলে পানীয়জল, রাস্তা ও ড্রেনের সমস্যা, বাসিন্দাদের অবরোধ বিক্ষোভ
- চিত্তরঞ্জন রেল কারখানায় দুর্ঘটনা, ঝলসে গেলো এক কর্মী
- कारगिल विजय दिवस पर तिरंगा यात्रा, देशभक्ति गीतों पर झूमा आसनसोल
- Asansol होकर 4 स्पेशल ट्रेन