ASANSOL

Asansol : Freight Corridor, कोयला खदान के लिए जमीन दी जाएगी, राज्य सरकार का बड़ा फैसला

टाटा के सहयोग से बनेगा कैंसर अस्पताल

बंगाल मिरर, कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में हुए मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए कई फैसले । राज्य सरकार ने नए रेलवे लाइन बिछाने और कोयला खदानों के विस्तार के लिए जमीन दी जाएगी। साथ ही नबान्न ने माल ढुलाई के लिए फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण के लिए ईस्टर्न रेलवे को जमीन देने का भी फैसला किया है। मालूम हो कि ईस्टर्न कोलफील्ड या ईसीएल को विस्तार की जरूरत है। साथ ही कोयला निकालने के लिए नए खदान खोदना चाहते हैं और इसलिए नई जमीन की जरूरत है। खदान के विस्तार के लिए आवश्यक भूमि में सरकारी भूमि है। इस समस्या के कारण 6 क्षेत्रों में ईसीएल के खदान विस्तार को रोक दिया गया था। उस समस्या को हल करने के लिए नवान्ना ने आसनसोल के छह इलाकों में ईसीएल को जमीन देने का फैसला किया गया। राज्य को उम्मीद है कि इससे कोयला खदानों में और अधिक रोजगार पैदा होंगे। स्थानीय लोगों को काम मिलेगा। राज्य न केवल कोयला खदानों के लिए बल्कि माल के परिवहन के लिए भी फ्रेट कॉरिडोर विकसित करने के लिए जामुड़िया सहित दो क्षेत्रों में जमीन दे रहा है। इससे राज्य से माल की ढुलाई आसान हो जाएगी।


एसएसकेएम में टाटा की मदद से बनेगा कैंसर अस्पताल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में सोमवार को राज्य सचिवालय नबान्न में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक हुई। बैठक में कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल टाटा के साथ मिलकर कैंसर अस्पताल बनाने का फैसला हुआ। इसके साथ ही बंगाल के विभिन्न इलाकों में अवैध पटाख फैक्ट्रियों में हो रहे ब्लास्ट को लेकर मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी पूरे मामले की जांच और तहकीकात करेगी। 2019 में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक महीने के भीतर ही ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि एसएसकेएम अस्पताल टाटा के साथ मिलकर कैंसर अस्पताल बनाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राज्य से 25 फीसदी लोग कैंसर के इलाज के लिए मुंबई के अस्पतालों में जाते हैं। इसलिए दोबारा ऐसा न करना पड़े, इसके लिए राज्य सरकार ने यह योजना बनाई है। उस समय से राज्य सरकार टाटा से बात कर रही थी। उस वक्त ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल में भी दो अलग कैंसर अस्पताल बनाने की बात कही थी। हालांकि इस बारे में आज कुछ स्पष्ट नहीं है। इसके अलावा, हाजरा में चित्तरंजन कैंसर अस्पताल केंद्र और राज्य सरकारों की एक संयुक्त पहल है। नवान्ना इस बार लाइलाज बीमारियों के इलाज पर ज्यादा जोर देना चाहते हैं। महेशतला, एगरा, बजबाज, दुबराजपुर में धमाकों से दहशत और बढ़ गई है। ऐसे में राज्य सरकार ने राज्य के पटाखा उद्योग को लेकर बड़ा फैसला लिया है। सोमवार को राज्य कैबिनेट की बैठक में नबान्न में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक विशेष समिति बनाने का निर्णय किया गया।


पटाखे फैक्ट्रियों में विस्फोट को लेकर विशेष कमेटी का गठन


कैबिनेट की बैठक के बाद राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि मुख्य सचिव एचके द्विवेदी के नेतृत्व में एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा। समिति में मुख्य सचिव के अलावा वित्त, अग्निशमन, पर्यावरण, शहरी विकास और गृह विभाग के सचिव भी होंगे। राज्य के कुछ जिलों में पटाखे के कारखाने हैं, उनमें से कौन से वैध हैं और कितने अवैध कारखानों की जांच की जाएगी। यह कमेटी इस बात की भी रिपोर्ट बनाएगी कि एक फैक्ट्री में कितने लोग काम करते हैं। कमेटी दो महीने बाद कैबिनेट को रिपोर्ट सौंपेगी।

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