भारत में तेजी से बढ़ रही हड्डी के मरीजों की संख्या : डा. गुज्जर
सुधा हेल्थकेयर और शैल्बी अस्पताल द्वारा सीएमई का आयोजन
बंगाल मिरर, आसनसोल : सुधा हेल्थकेयर आसनसोल और शैल्बी अस्पताल अहमदाबाद द्वारा संयुक्त रूप से कल रात मुर्गासाल के होटल ग्रैंड में सीएमई का आयोजन किया गया। इसमें शैल्बी अस्पताल के चिकित्सक डा. प्रणय गुज्जर और डा. मो. आरिफ ने शैल्बी अस्पताल के घुटना प्रत्यारोपण इलाज तथा हड्डियों के रोगों के बारे में विस्तार से बताया। दोनों को सुधा के एमडी भाष्कर नारायण गोराई ने सम्मानित किया। वहीं इन दोनों के द्वारा कार्यक्रम के दौरान उपस्थित चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। संचालन अमित राय ने किया।




डा. प्रणय गुज्जर और डा. मो. आरिफ ने कहा कि देश में हड्डी के मरीजों की संख्या तेजी बढ़ रही है। इसके लिए जीवनशैली और खानपान जिम्मेदार है। पहले भारतीयों की जीवन प्रत्याशा 43 साल थी, जो आज 70 से अधिक हो चुकी है। वहीं जीवनशैल में बदलाव का असर हड्डियों पर पड़ रहा है। पैदल चलने पर शरीर के वजन का आठ गुणा भार घुटनों पर पड़ता है। हर साल दस लाख लोग हड्डियों की बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शैल्बी अस्पताल द्वारा घुटना प्रत्यारोपण आपरेशन उचित शुल्क पर बेहतरीन तरीके से किया जाता है। अब तक डेढ़ लाख लोग शैल्बी से घुटना प्रत्यारोपण करा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पहले की तुलना में इसके इलाज को लेकर लोगों की गलत धारणायें दूर हुई है। शैल्बी में आपरेशन के तीन घंटे में मरीज को खड़ा कर दिया जाता है। आपेरशन के बाद भी लोग आराम से पालथी मारकर बैठ सकते हैं। यह आपरेशन दो तरह का होता है एक में जरूरत पड़ने पर पूरा घुटना बदला जाता है या फिर क्षतिग्रस्त हिस्से को ही ठीक किया जाता है। इसलिए अगर किसी को घुटना बदलवाने को लेकर चिंता नहीं होनी चाहिए। शैल्बी में इलाज के साथ ही फिजियोथेरेपी और मानसिक काउंसिलिंग भी की जाती है।