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SAIL के जूनियर इंजीनियरों को कब मिलेगा पदनाम, इस्पात मंत्री से मिला DEFI प्रतिनिधिमंडल

बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर : SAIL में कार्यरत हजारों डिप्लोमाधारी इंजीनियरों का पद नाम को लेकर मामला वर्षों से लंबित है। वर्ष 2017 में इस्पात मंत्रालय द्वारा स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) में कार्यरत डिप्लोमा अभियंताओं को जूनियर इंजीनियर अर्थात कनिष्ठ अभियंता पदनाम देने के निर्देश पर अभी तक कोई निर्णायक फैसला ना होने पर काफी आक्रोश है। इसी बाबत डिप्लोमा इंजीनियर्स फेडरेशन ऑफ इस्पात (DEFI) के प्रतिनिधि इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते दुर्गापुर बर्दवान के सांसद सुरेंद्र सिंह आहलूवालिया एवं संसदीय रक्षा के स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन तथा डेफी के संरक्षक एवं मार्गदर्शक जुएल ओराम से मुलाकात कर इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग रखी।

DEFI ने इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर उनके समक्ष अपनी समस्या को रखा और जूनियर इंजीनियर (JE) पदनाम अविलम्ब लागू करवाने की मांग की। इसपर उन्होंने बात कर जल्द से जल्द लागू करवाने का आश्वासन दिए। इस दौरान डेफी आईएसपी बर्नपुर से मीर मुशर्रफ अली कल्याण बारिक थे।


स्टील अथॉरिटी इंडिया लिमिटेड (सेल) में कार्यरत डिप्लोमा इंजीनियर काफी लंबे समय से सम्मानजनक पदनाम को लेकर आंदोलित हैं। इस्पात मंत्रालय द्वारा जारी निर्देश पर प्रबंधन ने एनजेसीएस उप समिति का गठन किया था जिसकी अंतिम बैठक लगभग ढाई वर्ष पूर्व हुई थी पर अब भी यह मामला एनजेसीएस में पेंडिंग पड़ा है। ज्ञात हो कि इस्पात मंत्रालय 01 मई 2017 को एक पत्र जारी कर डिप्लोमा अभियंताओं को जूनियर इंजीनियर पदनाम तथा अधिकारियों का पदनाम अपग्रेड करने को कहा गया था। जो कि अधिकारियों का पदनाम अपग्रेड कर दिया गया पर डिप्लोमा अभियंताओं का अभी भी शयन अवस्था में है।



डेफी की ओर से प्रस्ताव दिया गया कि एस 3 से 5 को क्रमश: जूनियर इंजीनियर एक, दो तीन

एस 6 से एस 8 को क्रमश : एसिस्टेंट इंजीनियर एक, दो तीन

एस 9 से एस 11 को क्रमश सेक्शन इंजीनियर एक, दो तीन का पदनाम दिया जाये।

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