ASANSOL-BURNPUR

SAIL ISP : सुरक्षा अब अधिक मुस्तैद, 16 से लागू होगा RFID

बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर : ( SAIL ISP Latest News ) सेल आईएसपी की सुरक्षा में सेंध लगाना अब आसान नहीं होगा। प्लांट की सुरक्षा  को लेकर बर्नपुर सेल आइएसपी ( Steel Authority of India Limited ) प्रबंधन अधिक अलर्ट हो गया है। अब सुरक्षा को लेकर आरएफ RFID ( रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडी ) लगाने का सर्कुलर जारी किया गया है। इसमें संयंत्र परिसर ( IISCO Steel Plant ) में अनधिकृत प्रवेश और निकास पर पूरी तरह नकेल कस दिया जाएगा। सर्कुलर में बताया गया है कि आइएसपी के चार संयंत्र गेटों पर एक्सेस कंट्रोल सिस्टम (RFID ) को स्थापित किया जाएगा। यहां नई मशीनें लग रहीं हैं। इन मशीनों को अपना पहचान पत्र दिखाने के बाद ही कोई कर्मी या व्यक्ति अंदर प्रवेश कर सकते हैं। कर्मी के अलावा कोई अगर प्रवेश करना चाहते हैं तो उन्हें भी प्रबंधन की अनुमति लिए बगैर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। यह नियम 16 अगस्त से लागू कर दिया जाएगा। वहीं प्लांट के अंदर से बिना अनुमति के कुछ बाहर निकाल भी नहीं पायेंगे।

SAILISP प्रबंधक गुंजन राणा द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि  संयंत्र में सुरक्षा खतरे को देखते हुए और संयंत्र परिसर में अनधिकृत प्रवेश और निकास पर अंकुश लगाने के लिए, यह निर्णय लिया गया है कि चार संयंत्र गेटों पर स्थापित एक्सेस कंट्रोल सिस्टम (आरएफ आईडी) को 16 अगस्त 2023 से  चालू किया जाएगा।  “टनल गेट, वाहन गेट, एससीओबी गेट और सारामारा गेट जैसे चार गेटों में से किसी एक के माध्यम से संयंत्र में प्रवेश करने वाले कर्मचारियों को चार गेटों पर स्थापित आरएफआईडीडिटेक्टिंग मशीनों में अपना आरएफ पहचान पत्र दिखाना होगा।  आरएफआईडी प्रणाली के माध्यम से उनके आरएफआईडी कार्ड के सत्यापन के बाद ही उन्हें संयंत्र परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।  आरएफ आईडी कार्ड का पता चलने पर गेट पर लगे सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा पलक झपकते हुए सत्यापन किया जाएगा ।  उपरोक्त चार संयंत्र गेटों में से किसी एक के माध्यम से संयंत्र परिसर से बाहर निकलते समय भी उपरोक्त प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।   अधिकृत गैर आरएफआईडी पास के साथ संयंत्र परिसर में प्रवेश करने या छोड़ने वाले अन्य व्यक्तियों की पहचान मौजूदा प्रथा के अनुसार सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा कार्ड के भौतिक सत्यापन के माध्यम से की जाएगी।  उपरोक्त चार गेटों के माध्यम से संयंत्र परिसर में व्यक्तिगत प्रवेश करने और छोड़ने का सत्यापन शिफ्ट प्रारंभ और समाप्ति समय के साथ-साथ बीच की अवधि के दौरान आरएफआईडी प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा।


सेल आइएसपी के संयंत्र गेटों में टनल गेट, व्हीकल गेट, स्कोब गेट और सरामारा गेटों पर यह सिस्टम लगाया जाएगा। चार गेटों में से किसी एक के माध्यम से संयंत्र में प्रवेश करने वाले कर्मचारियों को चार गेटों पर स्थापित आरएफआइडी डिटेक्टिंग मशीनों को अपना आरएफ पहचान पत्र दिखाना होगा। आरएफआइडी प्रणाली के माध्यम से उनके आरएफआइडी कार्ड के सत्यापन के बाद ही उन्हें संयंत्र परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। आरएफआइडी कार्ड का पता चलने पर गेट पर लगे सीआइएसएफ कर्मियों द्वारा पलक झपकते हुए सत्यापन किया जाएगा।

नए नियम के अनुसार सिर्फ प्रवेश में ही नहीं निकासी में भी लागू रहेगा। संयंत्र के चार गेटों में से किसी एक के माध्यम से संयंत्र परिसर से बाहर निकलते समय भी मशीन को अपना आइडी दिखाना होगा। मशीन बताएगा कि वह अधिकृत हैं तभी वह बाहर जा सकते हैं। अधिकृत गैर आरएफआइडी पास के साथ संयंत्र परिसर में प्रवेश करने या छोड़ने वाले अन्य व्यक्तियों की पहचान मौजूदा प्रणाली के अनुसार सीआइएसएफ कर्मियों द्वारा कार्ड के सत्यापन के माध्यम से की जाएगी। चार द्वारों के माध्यम से संयंत्र परिसर में व्यक्तिगत प्रवेश करने और छोड़ने का सत्यापन किया जाएगा। शिफ्ट प्रारंभ और समाप्ति के समय के साथ-साथ आरएफआइडी प्रणाली के माध्यम से किया जाना चाहिए। बीच की अवधि, इसमें सक्षम प्राधिकारी के अनुमोदन से जारी किया जा रहा है।

गौरतलब है कि हाल ही में समासेवी सह भाजपा नेता कृष्णा प्रसाद ने लोहा चोरी को लेकर सवाल उठाये थे। लोहा माफिया की भूमिका को लेकर आवाज उठाई थी। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया था कि इसे लेकर जल्द बड़ी कार्रवाई होगी। जिसके बाद अब सेल आईएसपी में आरएफआईडी सिस्टम लागू किया जा रहा है।

Leave a Reply