Asansol : रेलमंडल में बढ़ेंगी सुविधायें, शिकायत और सुझाव दें व्हाटसएप पर : डीआरएम
बंगाल मिरर, आसनसोल : पूर्व रेलवे के आसनसोल रेलमंडल के आसनसोल सहित कई रेलवे स्टेशन विश्व स्तरीय बनाने की शुरुआत की गई है। रेलवे ने रेल यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा पर और जोर देने के लिए कई और कदम उठाए हैं। कुछ अन्य नये प्रस्ताव भी लिये गये हैं। उक्त बातें आसनसोल मंडल रेल प्रबंधक या डीआरएम चेतना नंद सिंह ने शनिवार को आसनसोल डीआरएम कार्यालय कॉन्फ्रेंस हॉल में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ अपर मंडल रेल प्रबंधक या एडीआरएम आशीष भारद्वाज, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शांतनु चक्रवर्ती, वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त राहुल राज और मंडल के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
इस दौरान बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में पूर्वी रेलवे के आसनसोल मंडल में इस मंडल के विभिन्न स्टेशनों से 4 करोड़ 32 लाख यात्रियों ने यात्रा की थी। वर्तमान में इस मंडल से 120 यात्री ट्रेनें यात्रियों को ले जाती हैं। डीआरएम ने यह भी कहा कि पिछले कुछ महीनों में आसनसोल डिवीजन के कई स्टेशनों पर पैसेंजर ट्रेनों का नया स्टॉपेज दिया गया है.रूपनारायणपुर सहित उन स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है, जहां 24 या अधिक डिब्बों की ट्रेनों के लिए प्लेटफॉर्म पर जगह नहीं है। मंडल के कई छोटे-बड़े रेलवे स्टेशनों पर ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड लगाए जाएंगे। यात्रियों के लाभ के लिए सिउरी, मधुपुर, आसनसोल, रानीगंज, पांडाबेश्वर और पानागढ़ में कई लिफ्टें लगाई जाएंगी। वहीं दुर्गापुर और शिमुलतला में दो-दो एस्केलेटर लगाने का निर्णय लिया गया है.
चालू वित्तीय वर्ष में चित्तरंजन, आसनसोल, जेसीडी, मधुपुर, शिमुलतला, राजबांध, सीतारामपुर और बाराबनी में 9 रेलवे फुटओवर ब्रिज या आरओबी का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि साथ ही इस मंडल में 15 लेवल क्रॉसिंग भी उपलब्ध कराई जाएंगी।एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आसनसोल स्टेशन पर वाटर एटीएम शुरू करने के लिए दोबारा टेंडर निकाला जायेगा. उन्होंने पत्रकारों से कहा, यदि आप यात्री सेवा और सुविधा के संदर्भ में किसी भी समस्या और उसके समाधान के बारे में सोचते हैं, तो मुझे व्हाट्सएप पर लिखें। मैं इस पर गंभीरता से गौर करूंगा.
वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त राहुल राज ने बताया कि चेन खींचकर ट्रेन रोकने के मामले में इस साल 130 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले एक साल में रेलवे लाइन पर कटने से 154 लोगों की मौत हो चुकी है. इन दोनों कारणों से ट्रेन थोड़ी लेट हो गई है. इसके लिए आरपीएफ से लेकर स्थानीय लोग मिलकर अलग-अलग इलाकों में जागरूकता शिविर लगा रहे हैं. इन्हें रोकने के लिए.