KULTI-BARAKAR

SAIL कुल्टी कारखाना चलाने में सक्षम नहीं तो टाटा को दे दे : तिवारी

आयरन स्टील इम्प्लाज यूनियन सेल ग्रोथ कुल्टी का सम्मेलन

बंगाल मिरर, संजीव यादव, कुल्टी :   मजदूरों में एकता और संगठन मजबूत रहने पर बड़े से बड़े अधिकारियों को झुकना पडता है।  मजदूरों के चौतरफा विकास के लिए ही यूनियन करते है ऊक्त बातें झारखण्ड के पूर्व सांसद सह पूर्व प्रदेश कोंग्रेस अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू ने आज  सेल के कुल्टी स्थित क्लब में इंटक से संबद्द आयरन स्टील इम्प्लाज यूनियन सेल ग्रोथ कुल्टी द्वारा आयोजित सम्मेलन में  कही। 

इस अवसर पर कुल्टी कारखाने के पूर्व जीएम सह   इंटक के वरिष्ठ नेता केके तिवारी ने कुल्टी कारखने के इतिहास की जानकारी देते हुए कहा कि ऊक्त कारखाना एक हजार बिघा में स्थापित है और फिलहाल 400 मजदूर कार्यरत है उन्होंने कहा कि ऊक्त कारखाना 105 वर्ष पुरानी और एशिया की सबसे पुराना और बड़ा कारखाना है  ऊक्त कारखाना बंद पड़ा हुआ था जिसे 2007 में तत्कालीन इस्पात मंत्री  स्वर्गीय रामबिलास पासवान ने दोबारा चालू किया उन्होंने कहा कि 2007 से ही मजदूरों का वेतन 10 हजार है बर्तमान समय  तक वही मिल रहा है।

 उन्होंने कहा कि दुर्गापुर स्टील में ठेका मजदूरों की वेतन 18 हजार है और सभी तरह की सुविधा मजदूरों की  दी जारही है उन्होंने कहा कि श्रम कानून के अनुसार जिस कारखाने में 150 सौ से अधिक मजदूर रहेंगे वहा मजदूरों के लिए कैंटीन रहना चाहिए लेकिन कुल्टी कारखने के प्रबंधन के मनमानी नीति के कारण न तो कैंटीन है न ही मजदूरों के बच्चों की पढ़ाई की कोई व्यवस्था है उन्होंने कहा कि सेल कारखाने को चलाने में सक्षम नही है तो हमारी यूनियन टाटा कम्पनी से मिल कर ऊक्त कारखाने को चलाने के आग्रह करेगी ।उन्होंने सेल के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा  मजदूरों केसाथ किसी प्रकार की अत्याचार करने की सूचना मिलने पर सख्त कारवाई किया जायेगा

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