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SAIL Growth Works ठेका श्रमिकों ने गेट जाम कर, ठप किया उत्पादन

बंगाल मिरर, कुल्टी : सेल और  राइट्स के संयुक्त उद्यम सेल  ग्रोथ वर्क्स के ठेका मजदूरों ने गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर जमकर हंगामा किया। कारखाने के मुख्य द्वार जाम कर सभी प्रदर्शन करने बैठ गए। किसी भी कर्मियों को कारखाने में घुसने तक नहीं दिया। इस दौरान कारखाने का उत्पादन जहां ठप रहा वहीं कारखाने से निकलने वाले वागन लदे वाहन भी नहीं निकल सके। दर्जनों वागन लदे वाहन कारखाना परिसर के अंदर ही फंसे रहे। इस संबंध में ठेका श्रमिक कलीमुल्ला अंसारी, प्रकाश प्रसाद, सहबाज अंसारी, संतोष महतो, चंदन शर्मा, चंदन बाउरी राजकुमार, तपन ठाकुर ने संयुक्त रूप से कहा कि एक महीने से काम नहीं मिल रहा है। वे लोग भुखमरी के कागर पर पहुंच गए हैं। प्रत्येक दो से तीन महीने में ठेकेदार बदल दिया जाता है। जिससे समस्या और बढ़ जाती हैं। सेफ्टी की कोई व्यवस्था नहीं है। जान जोखिम में डालकर श्रमिक काम करते हैं। ठेका कर्मियों को हाजरी दी जाती है उसे बंद कर उन्हें महीने का वेतन दिया जाए साथ ही सरकारी सुविधाएं भी मिले। मौजूदा समय में एक विभाग में 83 ठेका मजदूर हैं। जिस पर प्रबंधन ध्यान दे। वहीं संबंधित मामले को लेकर वागन इंडस्ट्रीज के जीएम इंचार्ज सुशांतो भट्टाचार्य ने श्रमिकों से कहा कि सभी मजदूरों को प्रत्येक महीने पीएफ और इएसआइ की सुविधा मिलेगी नहीं तो ठेकेदार के पेमेंट रोक दिया जाएगा। आंदोलन से वागन इंडस्ट्रीज कंपनी का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। ठेकेदार आने वाले हैं। बातचीत कर समस्या का हल निकाला जाएगा।

कुल्टी स्थित सेल ग्रोथ कुल्टी वर्क्स तथा कुल्टी सेल राइट्स वागन इंडस्ट्री एक संयुक्त उद्यम है। जिसे खुलवाने में पूर्व रेलमंत्री तथा मौजूदा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने, महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन जो हालात बन रहे हैं। उससे वागन इंडस्ट्रीज पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है। जिस समय रेलमंत्री ममता बनर्जी थी। उस समय कुल्टी कारखाने की हालत बहुत दयनीय थी और कारखाना बंद होने के कारण क्षेत्र में बेरोजगारी और कुल्टी की चमक फीकी पड़ गई थी। लेकिन ममता बनर्जी ने रेल मंत्री रहते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल को विश्वास में लेकर सेल ग्रोथ कुल्टी वर्क्स के साथ संयुक्त रूप से राइट्स वागन इंडस्ट्रीज को खुलवाया और आउटसोर्सिंग के माध्यम से वागन बनाने का काम शुरू हुआ। जिससे हजारों असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को रोजगार मिला।
लेकिन आये दिन विरोध प्रदर्शन के कारण काम में दि्तें आ रहीं हैं।

बाहर खड़े रहे रेल का पहिया लदे वाहन

गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान दर्जन भर रेल का पहिया लदे वाहन बाहर खड़े हैं। वाहन मालिकों को डेमरेज देना पड़ा। समय से उत्पादन नहीं होने पर अधिकारी तनाव में रहते हैं। कारण उच्च अधिकारियों को प्रत्येक एक घंटे में उत्पादन से संबंधित जानकारी मेल के माध्यम से मंत्रालय को देना पड़ता है। आंदोलन के कारण बगल में स्थित सेल की रामनगर कोलियरी के लाइकडी तथा सालानपुर में लगभग पांच सालों से उत्पादन ठप है। वहीं बगल में बीसीसीएल की दामागोड़िया कोलियरी में लगभग सात सालों से उत्पादन ठप है। आंदोलनकारियों के कारण कोई आउटसोर्सिंग कंपनी यहां काम नहीं करना चाहती है। जिस कारण यहां से दो कंपनियां काम छोड़ दिया।

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