SBSTC में करोड़ों का घोटाला, मास्टमाइंड कौन ?
बंगाल मिरर, दुर्गापुर : ( Scam In SBSTC ) दक्षिण बंगाल राज्य परिवहन निगम (SBSTC) में ई-टिकट बुकिंग में करीब 7 करोड़ रुपया के घोटाले का मामला सामने आया है, जिसे लेकर थाने में शिकायत भी हुई है। इस मामले में अब अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की मांग इंटक ने की है। इंटक संबद्ध एसबीएसटीसी श्रमिक यूनियन ने डायरक्टरेट आफ एंटी करप्शन ब्रांच को पत्र देकर ऐसा मांग किया।




उल्लेखनीय है कि एसबीएसटीसी ने वर्ष 2007 से टिकट बुकिंग को एजेंट रखना शुरू किया। वर्ष 2014 में ई-टिकट चालू के बाद ई-टिकट बुकिंग के लिए प्रिंसिपल बुकिंग एजेंट का दायित्व न्यू यूरेका ट्रेवल्स क्लब को मिला था। जिसने पश्चिम बर्द्धमार, बांकुड़ा, पुरूलिया, मुर्शिदाबाद, मालदह, कोलकाता, हावड़ा में दायित्व लिया। जहां गड़बड़ी की बात 31 मार्च वर्ष 2021 में सामने आयी। अंत में 30 अक्टूबर को जांच के बाद 7.19 करोड़ की गड़बड़ी की बात सामने आयी। जिसके बाद 28 जनवरी वर्ष 2022 को जानकारी दी गई कि बुकिंग साफ्टवेयर में किसी त्रुटि का फायदा उठाकर यह गड़बड़ी की गई है।
हालांकि संस्था ने भी कंप्यूटर में गड़बड़ी के कारण यह गड़बड़ी की बात कहकर पल्ला झाड़ दिया। जिसे लेकर मामला चल रहा है। करीब डेढ़ साल तक जांच के बाद कुछ दिन पहले थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई। वहीं बोर्ड की 161वीं बैठक को लेकर इंटक नेता हराधन दत्ता ने सवाल उठाया है। उनका कहना है कि उस बोर्ड मीटिंग के नोट शीट में उल्लेख है कि इस गड़बड़ी की सही जांच के लिए एसबीएसटीसी के दो उच्च अधिकारियों को दूसरी जगह हटाने का प्रस्ताव दिया गया। वहीं आरोपित संस्था से दायित्व हटा लेने का प्रस्ताव था। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
चेयरमैन ने स्पष्ट रूप से कह दिया कि इस संदर्भ में कानूनी परामर्श एवं परिवहन विभाग के नियम के अनुसार आगे बढ़ना होगा। यहां तक की किसी अधिकारी व कर्मी के खिलाफ कार्रवाई से इंकार कर दिया गया।इंटक नेताहराधन ने कहा कि निजी संस्था लगातार धांधली की, उसी संस्था को विभाग के अधिकारियों ने प्रमाण पत्र दिया। गड़बड़ी की सही जांच के लिए उन सब अधिकारियों को दूर कर जांच करना होगा। अन्यथा जांच प्रभावित होगी। वहीं चेयरमैन सुभाष मंडल ने कहा कि मेरे दायित्व लेने के कुछ साल पहले का यह मामला है। मैंने पूरी जानकारी लेकर परिवहन विभाग को अवगत करवाया। निश्चित रूप से कार्रवाई होगी।