केन्द्र के आश्वासन के बाद भी आन्दोलन, आसनसोल में फूंका पुतला
बंगाल मिरर, आसनसोल : केन्द्र सरकार द्वारा हिट एंड रन कानून को देर रात स्थगित करने की घोषणा के बाद भी शिल्पांचल के विभिन्न हिस्सों में विरोध देखा गया। इस कानून में था कि अगर ट्रक टैंकर बस आदि वाहनों से अगर कोई दुर्घटना होती है और किसी की मौत हो जाती है तो और चालक भाग जाता है तो ऐसे में उस वाहन के चालक की जिम्मेदारी होगी और ऐसे कई प्रावधान बनाए गए थे जिससे उस वाहन के चालक को सर्वोच्च 10 साल की कैद और ₹700000 जुर्माना किया जा सकता है इसके खिलाफ पूरे देश के वाहन चालकों के साथ-साथ आसनसोल के वाहन चालकों ने भी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था
आज सुबह भी श्रमिक नेता राजू अहलूवालिया के नेतृत्व में परिवहन कर्मियों ने आसनसोल बस स्टैंड के सामने विरोध प्रदर्शन किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के पुतले फुंके गए इस बारे में राजू अहलूवालिया ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार जिस तरह के नीतियां अपना रही है वह जन विरोधी हैं भाजपा सिर्फ पूंजीपतियों की दलाली करती है और आम जनता को परेशान करती है लेकिन उन्होंने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल में यह सब नहीं चलने दिया जाएगा यहां एक ऐसी नेत्री है जो लोगों को साथ लेकर चलती हैं और कोरोना काल में भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सड़कों पर उतरकर लोगों को सेवा प्रदान की थी इसलिए यहां पर भाजपा के मंसूबे में पूरे नहीं होंगे
उन्होंने साफ कहा कि देश की जनता ने यह मन बना लिया है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता से भाजपा को उखाड़फेंकेगी जब उनसे यह पूछा गया कि कल रात को ही यह कानून फिलहाल लागू न करने की घोषणा की गई तो इस पर राजू अहलूवालिया का कहना था कि भाजपा नेता हमेशा झूठ बोलते हैं उनकी बातों का कोई भरोसा नहीं है उन्होंने कहा कि यह बंगाल है यहां पर लोगों को परेशान करके कोई आंदोलन नहीं किया जाता उन्होंने कहा कि परिवहन कर्मी आंदोलन भी कर रहे हैं साथ ही साथ केंद्र के इस काले कानून का विरोध भी किया जा रहा है
केंद्र द्वारा हिट एंड रन कानून को स्थगित किए जाने के बाद शिल्पांचलवासियों की परेशानी कम नहीं हुई है। एक ओर जहां परिवहन कानून के विरोध में ड्राइवरों की हड़ताल से आम लोगों को परेशानी हो रही है.
बुधवार की सुबह से ही पानागढ़ बाजार के पेट्रोल पंपों पर बाइक चालकों की लंबी कतार लग गयी.
पानागढ़ के अधिकांश पेट्रोल पंपों पर डीजल उपलब्ध नहीं था।
पेट्रोल नहीं मिलने के डर से बाइक सवार पहले से पेट्रोल खरीदने के लिए पानागढ़ के विभिन्न पंपों पर उमड़ पड़े।
भले ही केंद्र ने नए कानून को निलंबित कर दिया है, लेकिन पंपों तक तेल नहीं पहुंचने से पूरे इलाके में तेल संकट पैदा हो गया है