Railpar उर्दू भाषी विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ ! स्कूल भवन को खतरनाक बता विद्यार्थियों का पढ़ने से इनकार
स्कूल के प्रधानाध्यापक ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
बंगाल मिरर, रेलपार : आसनसोल के बीसी राय रोड इजतेमा मैदान के निकट हाजी कदम रसूल स्कूल की नई बिल्डिंग का निर्माण किया गया था। मंत्री ने 2020 में इसका उद्घाटन किया था। लेकिन कल कुछ बच्चों ने यह कहते हुए स्कूल में पढ़ाई करने से इंकार कर दिया कि जिस जमीन पर यह भवन बना हुआ है वह जमीन दलदल है जहां कभी भी कोई हादसा हो सकता है। वहीं इन बच्चों का कहना है कि वह अपने पुराने स्कूल में ही पढ़ाई करना चाहते हैं।
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इनका आरोप है कि स्कूल के हेडमास्टर बच्चों को डराते हैं और जो भी बच्चा इस नए स्कूल में आने से गुरेज करता है उसे धमकी दी जाती है कि उसे टीसी देकर स्कूल से निकाल दिया जाएगा। वहीं रिजवान नामक एक स्थानीय युवक ने कहा कि जिस जमीन पर यह स्कूल बनी हुई है वह पूरी तरह से अवैध है। उनका कहना था कि उनकी पूर्व सांसद वंश गोपाल चौधरी से बात हुई है उन्होंने बताया है कि इस स्कूल के नए भवन के निर्माण के लिए उन्होंने बतौर सांसद कोई दूसरी जमीन उपलब्ध कराई थी । जिस जमीन पर फिलहाल स्कूल बना हुआ है वह जमीन उन्होंने स्कूल के लिए उपलब्ध नहीं कराई थी रिजवान का यह भी कहना है जहां स्कूल बना हुआ है वह जमीन दलदल है और जहरीले सांप बिछुओं का भी खतरा बना रहता है। उनका कहना था इस भवन में स्कूल चलाने की अनुमति न तो एडीएम न ही एजुकेशन विभाग द्वारा दी गई है।
हालाकि स्कूल के प्रिंसिपल मोहम्मद शमशेर आलम ने सभी आरोपों को दरकिनार कर दिया। उन्होंने कहा कि स्कूल के सारे कागजात सही हैं। उनका कहना था कि आसनसोल में दलदल कहां से आ जाएगी कि कहा जा रहा है कि स्कूल वाली जमीन दलदल है। उनका कहना था कि सरकार के अभियंताओं द्वारा देखकर ही यहां स्कूल बनाने की अनुमति दी गई थी प्लान पास किया गया था । क्या वह सब गलत थे। वहीं विद्यार्थियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाने के मुद्दे पर उन्होंने बताया कि जो विद्यार्थी प्रदर्शन कर रहे हैं वह इस स्कूल के छात्र नही है। उन्होंने साफ कह की जो लोग यहां इस स्कूल का विरोध कर रहे हैं दरअसल वह जलते हैं कि जिस इलाके में बड़े बड़े इंग्लिश मीडियम स्कूल हैं वह उर्दू मीडियम का स्कूल कैसे बन गया। उन्होंने साफ कहा कि जो जमीन स्कूल की नई बिल्डिंग के लिए उपलब्ध कराई गई थी उसी जमीन पर स्कूल बनाया गया है
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