सातग्राम डिपो कोयला चोरी मामले में 14 दिन बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी, मुख्य आरोपी फरार, ऑडियो क्लिप मिला
बंगाल मिरर, जेके नगर : ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर एरिया अंतर्गत सातग्राम फाटक स्थित सेंट्रल डिपो से ट्रक से कोयला चोरी के मामले को 14 दिन बीत चुके हैं। परंतु अभी तक पुलिसिया जांच में कुछ खास प्रगति नहीं हुई है। मामले को दबाने के लिए अभी भी “किंग पिन” जी तोड़ कोशिश में लगे हैं। मामले का कथित मुख्य आरोपी कालीचरण अभी भी पुलिस की गिरफ्त के बाहर है या ऐसा कहा जा उसे जानबूझकर गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। क्यों कि इस कोयला चोरी के मामले में सूत्रों के अनुसार बड़े स्तर के के सफेदपोश शामिल हैं। इन लोगों की पहुंच उपर तक है इसलिए ये लोग पहुंच एवं पैसे के जोर पर जांच पर ब्रेक लगा रहे हैं एवं मामले को दबाने एवं कथित मुख्य आरोपी कालीचरण की अग्रिम जमानत की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं।
इसी बीच जामुडिया थाना पुलिस इस मामले की सीसीटीवी फुटेज एवं अन्य सबूत ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर एरिया के सुरक्षा अधिकारी से लेकर जांच को कछुवे की चाल के साथ आगे बढ़ा रही है। वहीं सूत्रों के अनुसार यह बात पता चला है कि 30 नवंबर की रात सातग्राम फाटक के सेंट्रल कोयला डिपो से कोयला चोरी से पहले कथित मुख्य आरोपी कालीचरण को कांटा घर में कांटा बाबू राजकुमार के साथ बैठ कर बातचीत करते हुए देखा गया था जिसके बाद ही यह कोयला चोरी की घटना हुई।
इसके अलावे एक ऑडियो क्लिप भी सुनने को मिला है जिसमें कालीचरण को सिक्युरिटी से बात करते हुए सुना जा रहा है जिसमें कालीचरण कह रहा है कि राजू के आदेश पर एक डंपर लोड कर निकालना है जिसे एक अन्य सिक्योरिटी को कहने के लिए कहा जा रहा है। जिसके बाद सिक्योरिटी गार्ड पूछता है कि डंपर को कांटा करके निकालना है तो कालीचरण कहता है कि नहीं बिना कांटा किए निकालना है। जिसके बाद बात करने वाला सिक्योरिटी आने के बाद बात करने को कहता है।
इस ऑडियो क्लिप में राजू का नाम लिया गया है। सूत्रों के अनुसार यह वही जेके नगर का कोयला व्यवसाई राजू है जिसके लिए कालीचरण काम करता है।
मालूम हो कि बीते 30 नवंबर की देर रात ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर एरिया स्थित सातग्राम स्थित सेंट्रल डिपो से कोयला चोरी हुई थी जिसमें कालीचरण आरोपी है। जिसे पुलिस तलाश कर रही है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि ईसीएल के श्रीपुर सातग्राम एरिया के सेंट्रल डिपो से लंबे समय से कोयला चोरी चल रही है। जिसमें सातग्राम श्रीपुर एरिया के उच्च अधिकारी, सेंट्रल डिपो में कार्यरत कांटा बाबू, लोडिंग बाबू, सिक्योरिटी गार्ड्स, पे लोडर का ड्राइवर, कई छोटे बड़े नेता, जामुड़िया थाना एवं श्रीपुर फांड़ी की पुलिस की मिलीभगत की आशंका है। जबकि ईसीएल प्रबंधन ने कालीचरण को मुख्य आरोपी बनाया है एवं वहां मौजूद कुल आठ लोगों इनमें ईसीएल के सुरक्षा अधिकारी, कांटा बाबू, लोडिंग बाबू, पेलोडर का मालिक एवं ड्राइवर का नाम देकर उन्हें शक के दायरे में रखा है। वहीं सूत्रों से पता चला है कि “सातग्राम श्रीपुर एरिया के उच्च अधिकारी की कोयला माफियाओं के साथ उठक बैठक है।” बीते रविवार को रानीगंज में शादी समारोह में कोयला माफिया के साथ देखा गया था। यह वही कोयला माफिया है जिसके लिए कालीचरण काम करता है। जिससे यह आशंका का और बढ़ जाती है कि सातग्राम श्रीपुर एरिया के लोग सेंट्रल डिपो के कोयला चोरी में शामिल हो सकते हैं ?
इस मामले में भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल ने पहले ही कहा है कि सातग्राम श्रीपुर एरिया के केंद्रीय डिपो से ईसीएल के सुरक्षा गार्ड रहने के बावजूद कोयला चोरी कैसे होता है ? उनका कहना है कि एक पंचायत का सदस्य उन्हें धमकी देकर ट्रक में कोयला लोड कर लेकर चला जाता है। उन्होंने ईसीएल की सिक्योरिटी की भूमिका पर सवाल उठाया है। उन्होंने कोयला चोरी में शामिल सुरक्षा गार्ड एवं अधिकारीयों बर्खास्त करने की मांग की है साथ ही उन्होंने तृणमूल नेताओं पर भी मिलीभगत कर चोरी का आरोप लगाया है।