RANIGANJ-JAMURIA

बालू ढुलाई का विरोध पड़ा महंगा, हमला, महिला की पिटाई

बंगाल मिरर, जामुड़िया : ऐसा लग रहा है मानो नदी बचाओ कमेटी के साथ बालू बचाओ कमेटी की लड़ाई शुरू हो गई है और इसे लेकर बार-बार जमुरिया विधानसभा क्षेत्र के अजय नदी के किनारे के गांव में तनाव पसर रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में आर्डर जारी किया था कि अवैध रूप से नदी से बालू के उत्खनन को रोकना होगा लेकिन उसे आदेश का उल्लंघन हो रहा है और इस तरह की घटनाओं से एक बार फिर वह साबित हो गया प्राप्त जानकारी के अनुसार अजय नदी से अवैज्ञानिक रूप से बालू उत्खनन का आरोप पहले भी लगा है। उत्खनन के बाद बड़ी-बड़ी गाड़ियों में उस बालु को लोडकर गांव के व्यस्ततम रास्तों से ले जाया जाता है जिससे एक तरफ गांव के सड़कों को नुकसान पहुंच रहा है तो दूसरी तरफ दुर्घटना के आशंका भी बनी रहती है कई बार तो दुर्घटनाएं हो भी चुकी हैं जमुरिया में अजय नदी के किनारे विभिन्न इलाके हैं इन सब को ध्यान में रखते हुए बुधवार को बालु के अवैध कारोबार को बंद करने की मांग पर चिचोरिया ग्राम पंचायत के डंगालपाड़ा मैं महिलाओं ने रोड जाम कर दिया और बालू से भर कई गाड़ियों को रोक दिया

उनका कहना है कि अजय नदी बढ़ाने और इलाके के रास्तों को चलने योग्य बनाने की मांग पर एक कमेटी बनाकर वह इसका विरोध कर रहे हैं जब वह लोग इस तरह का प्रतिरोध आंदोलन कर रही थी आरोप है कि बालों का परिचालन से जुड़े कुछ लोगों द्वारा प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की गई और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया यहां तक कि उनके साथ मारपीट भी की गई इस घटना में मेनका गोप नामक एक महिला को गंभीर चोटे आए उन्हें तुरंत स्थानीय बहादुरपुर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां डॉक्टर ने बताया कि उन्हें सर पर और आंख में चोट लगी है उन्हें फॉरेन आसनसोल जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

घायल महिला ने दावा किया है कि जब वह लोग अजय नदी से बालू निकालकर ले जाने वाली बड़ी गाड़ियों के परिचालन का विरोध कर रहे थे तब कुछ लोग वहां आए और बालू तस्करों ने उन पर हमला किया पता चला है कि इस संदर्भ में घायल महिला ने जमुरिया थाना अंतर्गत केंदा फांड़ी शिकायत भी दर्ज कराई है घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने दोनों ही पक्षों को घटनास्थल से हटा दिया लेकिन अब यह देखने वाली बात है कि अवैध रूप से बालू का परिवहन और अवैज्ञानिक रूप से बालों का उत्खनन को रोकने के लिए प्रशासन कितना सक्रिय होता है घटनास्थल पर किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है

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