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SAIL ISP COOLING TOWERS : “विदाई की घड़ी, एक नई शुरुआत की ओर…”


आज IISCO lovers का दिल भावनाओं से भर उठा जब वे Burnpur स्थित सभी पाँचों *Cooling Towers* को देखने पहुंचे। *प्यार, यादें और गर्व* हर चेहरे पर छलक रहा था। ये सिर्फ इमारतें नहीं थीं, बल्कि हमारे अतीत की गवाह थीं — हमारी विरासत का प्रतीक।
1960 में आई बॉलीवुड फिल्म *”हम हिंदुस्तानी”* का मशहूर गीत *”छोड़ो कल की बातें”* जब कानों में गूंजा, तो जैसे वक्त थम सा गया। उस गीत में भी इन Cooling Towers की झलक दिखाई गई थी — *Sunil Dutt* जी पर फिल्माए गए उस दृश्य ने आज फिर दिलों को छू लिया।
मेरी खुद की भी बहुत पुरानी यादें जुड़ी हैं इन टावरों से। जब NIT जमशेदपुर से पढ़ाई के लिए ट्रेन से सफर करता था — *Danapur से Tata तक,* तब यही टावर Burnpur पहुंचने की पहचान बन जाते थे। *2000 से लेकर आज तक*, मैं इन्हें देखता आ रहा हूं — 25 सालों का रिश्ता है।



लेकिन वक्त के साथ बदलाव ज़रूरी होता है। इन टावरों का *रख-रखाव महंगा*, *सुरक्षा के खतरे बढ़ते*, और *उत्पादन पर असर* पड़ रहा था। इसलिए इन्हें बंद करना और अब *demolish* करना जरूरी हो गया है।
खुशी की बात ये है कि अब लगभग *₹40,000 करोड़ के नए प्रोजेक्ट्स* शुरू हो चुके हैं। आने वाले वर्षों में *ISP, SAIL की सबसे बड़ी यूनिट* बनने जा रही है। दुनिया का सबसे बड़ा *Blast Furnace* यहीं बनेगा। Burnpur सच में एक *Grand Steel City* के रूप में उभरेगा। *Asansol और Burnpur की किस्मत बदलने जा रही है।*
तो चलिए, *6 अप्रैल* को इन Cooling Towers को *एक सम्मानजनक विदाई* दें।
*धन्यवाद*, हमारे इतिहास और भावनाओं को इतने वर्षों तक संभाल कर रखने के लिए।

*”अलविदा विरासत, स्वागत है विकास।”*
*कथाकार: सुशील कुमार सुमन*
अध्यक्ष, आईओए
सेल आईएसपी बर्नपुर

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