Asansol : बाराबनी में बीजेपी की रैली के दौरान हंगामा, पुलिस के साथ धक्कामुक्की, लाठीचार्ज
बंगाल मिरर, बाराबनी, राजा बंद्योपाध्याय: पश्चिम बर्धमान जिले के आसनसोल के बाराबनी थाना क्षेत्र में गुरुवार को बीजेपी की रैली को लेकर जमकर हंगामा हुआ। इटापाड़ा खोलामुख कोयला खदान (ओसीपी) क्षेत्र में खदान कर्मचारियों के अधिकारों सहित कई मांगों को लेकर बीजेपी द्वारा आयोजित रैली और डेपुटेशन कार्यक्रम को पुलिस ने रोकने की कोशिश की, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा बैरिकेड्स लगाकर रैली को रोकने और लाठीचार्ज करने का आरोप लगा है।




घटना के दौरान अमडीहा मोड़ पर पुलिस के बैरिकेड्स को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच धक्कामुक्की हुई। बीजेपी का दावा है कि पुलिस के लाठीचार्ज में उनके कार्यकर्ता मनु राय घायल हो गए। हालांकि, पुलिस ने लाठीचार्ज के आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस की ओर से हिरापुर की सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) ईप्सिता दत्ता के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
क्या हुआ घटनाक्रम?
बीजेपी की पूर्व घोषणा के अनुसार, आसनसोल संगठनात्मक जिला अध्यक्ष देबतनु भट्टाचार्य और राज्य नेता कृष्णendu मुखर्जी के नेतृत्व में रैली शुरू हुई। रैली जब इटापाड़ा मोड़ पर पेट्रोल पंप के पास पहुंची, तो पुलिस के बैरिकेड्स के कारण रुक गई। इसके बाद वहां तनाव बढ़ गया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, जिसे रोकने के लिए पुलिस और सिविक वॉलंटियर्स ने बैरिकेड्स को पकड़कर धक्कामुक्की की। बीजेपी का आरोप है कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया, जिसमें एक कार्यकर्ता घायल हो गया।
पुलिस का बयान
एसीपी (हिरापुर) ईप्सिता दत्ता ने लाठीचार्ज के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “इस क्षेत्र में कोई खदान कार्यालय नहीं है। खदान प्राधिकरण के निर्देश पर हमने केवल बीजेपी नेताओं को समझाने की कोशिश की कि सलानपुर में खदान का कार्यालय है, वे वहां जाएं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए न्यूनतम बल प्रयोग किया गया।”
बीजेपी नेताओं का दावा
बीजेपी के राज्य नेता कृष्णendu मुखर्जी और जिला अध्यक्ष देबतनु भट्टाचार्य ने कहा, “श्रमिकों के अधिकारों के लिए बीजेपी पहले भी आंदोलन कर चुकी है, लेकिन हर बार हमें बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इस बार भी हमने पहले ही घोषणा की थी कि श्रमिकों की मांगों को लेकर रैली निकाली जाएगी और खदान प्राधिकरण को मांगपत्र सौंपा जाएगा। इस रैली के जरिए हमने बाराबनी के लोगों को अपनी संगठनात्मक ताकत दिखाई और श्रमिकों के साथ खड़े होने का संदेश दिया।” उन्होंने बताया कि सलानपुर में खदान कार्यालय में मांगपत्र सौंपा गया।
पृष्ठभूमि
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब हाल ही में माहेशतला में भी बीजेपी की रैली को लेकर तनाव की खबरें आई थीं। बाराबनी में बीजेपी की रैली के दौरान हुए इस हंगामे ने क्षेत्र में सियासी माहौल को और गर्म कर दिया है।