Asansol : वायरल शिकायत पत्र ने मचाया सियासी बवाल, भाजपा विधायक पर अभद्र टिप्पणी का आरोप लगा प्रदेश नेता पर
बंगाल मिरर, आसनसोल : पश्चिम बंगाल के आसनसोल में एक शिकायत पत्र के वायरल होने से सियासी हलचल तेज हो गई है। इस पत्र में बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल और बीजेपी के राज्य स्तरीय नेता कृष्णेन्दु मुखर्जी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पत्र कथित तौर पर बीजेपी नेता सैकत हाजरा द्वारा लिखा गया है, जो पुरुलिया जिले के कन्वेनर भी हैं। इसमें दावा किया गया है कि 20 जून, 2025 को आसनसोल में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी की अगुवाई में हुई रैली के दौरान कृष्णेन्दु मुखर्जी ने सैकत हाजरा के साथ बदतमीजी की और धमकी दी कि वे उन्हें पार्टी में आगे नहीं बढ़ने देंगे। साथ ही, पत्र में यह भी आरोप है कि कृष्णेन्दु ने बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा, “बा… एमएलए किछु कोरते पारबे ना, ओके धोरे राखो।”




पत्र की प्रामाणिकता पर सवाल, सैकत हाजरा ने किया खंडन
वायरल पत्र में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पश्चिम बर्दवान जिलाध्यक्ष, सुवेंदु अधिकारी, और अन्य वरिष्ठ नेताओं को टैग करते हुए कृष्णेन्दु के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। हालांकि, सैकत हाजरा ने इस पत्र को फर्जी बताते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा और न ही उन्हें इसकी जानकारी है। सैकत ने वायरल पत्र के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करने की बात कही है।
अग्निमित्रा पॉल और कृष्णेन्दु मुखर्जी का बयान
बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि उन्हें वायरल पत्र की जानकारी मिली है, जिसमें उनका नाम शामिल है। उन्होंने इसे जांच का विषय बताते हुए कहा कि पार्टी इस मामले में उचित कदम उठाएगी। वहीं, कृष्णेन्दु मुखर्जी ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि सैकत हाजरा उनके करीबी और सम्मानित सहयोगी हैं, और अग्निमित्रा पॉल उनकी बहन समान हैं। उन्होंने इस वायरल पत्र को तृणमूल कांग्रेस की साजिश करार दिया, जिसका मकसद बीजेपी नेताओं को आपस में लड़ाकर पार्टी को कमजोर करना है।
2026 विधानसभा चुनाव पर फोकस
कृष्णेन्दु मुखर्जी ने कहा कि बीजेपी का एकमात्र लक्ष्य 2026 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर पश्चिम बंगाल में सरकार बनाना है। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल की कोई भी साजिश बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनके मिशन से भटका नहीं सकती। पार्टी ने इस मुद्दे पर आंतरिक जांच शुरू करने के संकेत दिए हैं ताकि वायरल पत्र की सत्यता और इसके पीछे की मंशा का पता लगाया जा सके।
तृणमूल पर साजिश का आरोप
बीजेपी नेताओं का मानना है कि यह वायरल पत्र तृणमूल कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जिसका उद्देश्य बीजेपी में फूट डालना और 2026 के चुनाव से पहले पार्टी को कमजोर करना है। इस मामले ने आसनसोल की सियासत को और गर्मा दिया है, और आने वाले दिनों में इसकी जांच और बीजेपी की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।