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टीडीबी कॉलेज में केदारनाथ सिंह जी की स्मृति में व्याख्यान का आयोजन

बंगाल मिरर, दलजीत सिंह,रानीगंज:- टी.डी.बी कॉलेज के हिंदी विभाग द्वारा सोमवार    को  हिंदी के प्रसिद्ध कवि केदारनाथ सिंह जी की स्मृति में एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। गोष्ठी का विषय” केदारनाथ सिंह की कविताओ में बुद्ध और कबीर” था। कार्यक्रम का संचालन विभाग के प्रोफेसर डॉ महेंद्र प्रसाद कुशवाहा ने की।
मुख्य वक्ता के रूप में बी.एच.यू के प्रोफेसर डॉ सदानंद शाही जो वर्तमान में”साखी”पत्रिका के संपादक है, मौजूद थे।

कार्यक्रम का प्रारंभ कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आशीष कुमार दे के वक्तव्य से हुआ।उन्होंने मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए हिंदी विभाग को इस कार्यक्रम के लिए बधाई दी।इसके उपरांत कॉलेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
अन्य वक्ता के रूप में विभाग के प्रोफेसर डॉ जयराम पासवान ने मुख्य वक्ता डॉ सदानंद शाही के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का संक्षेप में परिचय देते हुए उनके द्वारा संपादित पत्रिका “साखी” का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया।
इसके बाद बी.एच.यू के प्रोफेसर डॉ सदानंद शाही ने अपना मूल वक्तव्य रखा। उन्होंने 
“साखी” पत्रिका के इतिहास का परिचय देते हुए कहा कि इसकी शुरुआत केदारनाथ सिंह ने ही की थी।उन्होंने साखी शब्द के अर्थ को बताते हुए बुद्ध और कबीर के विचारों से श्रोताओं को अवगत कराया और कवि केदारनाथ सिंह से इनका संबंध स्थापित किया। उन्होंने बुद्ध के दुखवाद और करुणा पर चर्चा करते हुए केदारनाथ सिंह पर उनका प्रभाव बताया। अंत में सदानंद जी ने केदारनाथ सिंह की कुछ कविताओं का विश्लेषण कर उनके साहित्यिक महत्व को सबके समक्ष प्रस्तुत किया और बुद्ध,कबीर और केदारनाथ के विचारों में समन्वयता स्थापित की।
अंत में कॉलेज के छात्र छात्राओं द्वारा कविता पाठ किया गया जिनमें तहरीन, उर्मिला,महमूद्दीन, सहजादी मौजूद थे एवं धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विभाग के प्रोफेसर डॉ गणेश रजक ने सभी श्रोतागणों,सहकर्मियों को कार्यक्रम की सफलता के लिए बधाई दी।

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Mr. Chandan | Senior News Editor Profile Mr. Chandan is a highly respected and seasoned Senior News Editor who brings over two decades (20+ years) of distinguished experience in the print media industry to the Bengal Mirror team. His extensive expertise is instrumental in upholding our commitment to quality, accuracy, and the #ThinkPositive journalistic standard.

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