पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमा पर डीबुडीह चेक पोस्ट कड़ी सुरक्षा के होने के कारण मजदूर लोग दामोदर नदी को पार करके अपने घर की ओर वापस जा रहे हैं



यह मजदूर लोग अपनी जान की जुखाम उठाकर अपने घर की ओर वापस जाने जा रहे हैं कई मजदूर साइकिल से 7 दिन तक चला कर अपने घर मालदा वापस जाना चाह रहे हैं इनका कहना है कि जहां मैं काम करता था वहां के मालिक का कहना है कि मैं 1 महीने से आप लोगों को बैठा कर खिला रहा हूं अब मेरी हिम्मत नहीं है आप लोग घर वापस लूट जाओ मजदूर लोग 7 दिन साइकिल चलाकर एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवेश करते समय बहुत ही दिक्कत की सामना करने पड़ रही है कहीं-कहीं मजदूरों लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन हम लोगों को खाना वितरण बिस्कुट पानी चेकअप करके छोड़ा जाता है और एक बंगाल सीमा झारखंड की सीमा में डीबुडी चेक पोस्ट में कड़ी सुरक्षा की वजह से अपनी राज्य में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं जिसकी वजह मजदूर जान की जुखाम उठाकर बराकर दामोदर ब्रिज नदी को पार करके मजदूरों अपने अपने राज्य में प्रवेश कर रहे हैं
पुलिस प्रशासन के आंख में धूल झोंक कर और अपने जान को जुखाम उठाकर जो विभिन्न राज्य से आते हैं और एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवेश करना चाहते हैं मजदूरों लोग का कहना है कि या हम लोग काम करते हैं वहां का मालिक लोग अब हम लोग को रखना नहीं चाहता अंतिम आखिर में हम लोग को यह कदम उठाना पड़ता है पैदल पदयात्रा या साइकिल किसी भी तरह हम लोग अपने घर वापस की ओर जाना पड़ता है क्योंकि जहां काम करते हैं वहां के लोग हम लोग को रखने नहीं चाहते आखिर में हम लोग मजबूर में आकर यह कदम उठाना पड़ता है