धर्म-अध्यात्मसाहित्य

तुलसी जयंती के पावन अवसर को समर्पित

प्रकाश चन्द्र बरनवाल
वत्सल, आसनसोल

प्रदत्त विषय :- *”राम कथा लिखकर तुलसी ने, घर – घर तक पहुंचाई है”

रामचरितमानस की रचना, अमर कीर्ति सुखदायी है।
रामकथा लिखकर तुलसी ने, घर – घर तक पहुंचाई है।।

रघुपति राघव की गाथा को, तुलसी ने सम्मान दिया।
घट – घट में प्रभु की अनुपम छवि, राम चरित सोपान दिया।।

मर्यादा की अद्भुत छवि है, श्रीराम चरित झाँकी में।
घर – घर पुरुषोत्तम वंदित हैं, तुलसी कृत रचनावली में।

तुलसी की हर चौपाई की, गहन समीक्षा होती है।
रामचरित आदर्श हमारा, यह भारतीय संस्कृति है।।

रामकथा के पारायण में, तुलसी कृत रामायण है।
विद्वानों के हर प्रवचन में, राम चरित का वंदन है।।

राघव की गौरव गाथा में, तुलसी की प्रभुताई है।
रामकथा लिखकर तुलसी ने, घर – घर तक पहुंचाई है।।

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