गौ तस्करी: एनामुल को बेल नहीं, रसूखदारों पर CBI नजर
बंगाल मिरर,एस सिंह (क्राइम रिपोर्टर ), आसनसोल :गौ तस्करी: एनामुल को बेल नहीं, रसूखदारों पर CBI नजर । भारत बांग्लादेश सीमा पर गौ तस्करी मामले में आसनसोल जेल में कैद कुख्यात गौ तस्कर इनामुल हक को बुधवार को आसनसोल जेल से आसनसोल सीबीआई अदालत में पेश किया गया जहाँ सीबीआई जज जयश्री बनर्जी ने दोनो पक्षो के सुनने के उपरांत आरोपित इनामुल हक की जमानत अर्जी निरस्त कर । अगली पेशी 3 फरवरी 2021 को रखा।
बचाव पक्ष की ओर से बहस करते हुए वकील शेखर चंद्र कुंडू ने सीबीआई अदालत को बताया कि सीबीआई के पास अब इनामुल हक के खिलाफ कोई सबूत नही है । सीबीआई अब नया चाल के तहत इनामुल हक के भान्जा जहांगीर आलम मेहंदी हसन एवंग हुमायूं कबीर को दुबई से लाकर इनामुल के खिलाफ गवाह के रूप में इस्तेमाल कर इस मामले को और मजबूत करना चाहती है ।
प्रभावशाली लोगों का नाम बताने के लिए डाला जा रहा दबाव , बचाव पक्ष ने किया दावा
जबकि इन लोगों के खिलाफ फेमा एवंग फेरा के मामले लंबित है आगे बचाव पक्ष ने सीबीआई अदालत को बताया कि सीबीआई अपने पूछताछ में आसनसोल जेल में इनामुल पर दबाब डाल रही है कि वह अपने बयान में राज्य के प्रभावसाली नेता एवंग पुलिस वालों का नाम अपने बयान में दे । बचाव पक्ष ने आगे कहा कि इनामुल ने 2015 से 2017 तक मुर्शिदाबाद के गौ बाजार से 22 करोड़ का गौ खरीदा था।
जिसका उसने बाकायदा भारत सरकार को आय कर भरा है इस करी में आगे बहस करते हुए सीबीआई के वकील कालीचरण मिश्रा ने सीबीआई अदालत को बताया कि भारत बांग्लादेश सीमा पर हुई। गौ तस्करी हज़ारो करोड़ की है। जिसका तार बांग्लादेश एवं मिडिल ईस्ट तक फैला है । जिसका किंग पिन इनामुल हक है एवं इसके जद में बीएसएफ कस्टम्स तथा राज्य के कई प्रभावशाली नेता एवंग पुलिस अधिकारी है । जिन्हें सीबीआई ने नोटिस भेजकर कोलकाता के निज़ाम पैलेस में बुलाया है।
इस समय इस मामले में सीबीआई ने काफी सबूत जुटा लिये है तथा अधिकरियों से पूछताछ में काफी सबूत आने बाकी है यदि इनामुल को जमानत मिलती है तो वह सबूत नस्ट हो जाएगा पिछले दिनों सीबीआई ने बीएसएफ के कई बड़े अधिकारियों को अपने कोलकाता मुख्यालय में तालाब किया है यह मामला राष्ट्र हित से ज़ुरा हुआ है एवंग गौ तस्करों ने बांग्लादेश के तस्करो के साथ मिलकर देश की आर्थिक स्तिथि को कमज़ोर कर दिया है।