कोरोना हुआ आक्रमक, अस्पतालों में बेड नहीं, दवाओं की किल्लत
बंगाल मिरर, राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पूरे देश के साथ पश्चिम बंगाल में भी कोरोना की दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। रोजाना संक्रमितों में तेजी से इजाफा देखा जा रहा है। जिसकी रफ्तार पिछले साल की तुलना में बहुत ही ज्यादा तेज मानी जा रही है। राज्य में पिछले 24 घंटों में कोरोना के कुल 7713 मामले दर्ज किये गये जिसमें रिकॉर्ड कोलकाता में 1998 तथा उत्तर 24 परगना में 1639 है । वहीं बंगाल में कुल 34 लोगों की मौत हुई है। कोलकाता में एक दिन में 10 तथा उत्तर 24 परगना में 8 लोगों की मौत हो गयी है।
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नये मामलों के साथ पूरे राज्य में कोरोना ने 6,51,508 का आंकड़ा छू लिया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार मृतकों की कुल संख्या अब 10,540 तक पहुंच गयी है। कोरोना को मात देने वालों की संख्या 3,426 तक पहुंची है। राज्य में कोविड-19 के लिए 46,971 नमूनों की जांच की गई जिसके बाद कुल जांच संख्या 97,62,086 तक पहुंची है।
वहीं पश्चिम बर्द्धमान जिले में 3 दिन में एक हजार संक्रमित पाये जाने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या 20 हजार के पार हो गई। वहीं सक्रिय संक्रमितों की संख्या 21 सौ को पार कर चुकी है। वहीं कोरोना की दूसरी लहर ने बंगाल में भयावह रूप दिखाना शुरू कर दिया है।
सरकारी दावे कुछ भी हों लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत यह है कि न तो लोगों को बेड मिल रहे हैं, न ही दवाएं, और जिन लोगों की मौत कोरोना से हो रही है उन्हें तो अपनों का कंधा भी नसीब नहीं हो पा रहा है। कोविड के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की कालाबाजारी बढ़ गयी है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि रेमडेसिवीर दवा और एंटी वायरल इंजेक्शन की किल्लत हो रखी है। इसकी सप्लाई नहीं हो रही है।