Oxygen Plant लगेगा Asansol समेत 86 रेल अस्पताल में, बढ़ेंगे कोविड बेड
बंगाल मिरर, कुमार पप्पू, आसनसोल : आसनसोल (Asansol ) मंडल रेल अस्पताल में मंडल रेल प्रबंधक सुमित सरकार की नेतृत्व में ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant ) लगाने की तैयारी जोर शोर से चल रही है। अपर मंडल प्रबंधक मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि हेड क्वार्टर से हम लोगों के पास आदेश आया है कि मंडल रेल हॉस्पिटल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए क्योंकि इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए हमारे रेल के कर्मचारी एव उनके परिवार बहुत सारे लोग इस बार संक्रमित हो चुके हैं। इसी को लेकर मंडल रेल प्रबंधक सुमित सरकार ने आसनसोल मङल रेल हॉस्पिटल का जायजा लिया ऑक्सीजन प्लांट हॉस्पिटल के पुराने टीवी वार्ड के पास बनाया जाएगा
चीफ मेडिकल ऑफिसर सुपरिटेंडेंट डॉ एम महतो ने बताया कि कोरोन महामारी के समय में हम लोग दूसरी जगह से ऑक्सीजन मंगाते थे। मगर कहीं दूसरी जगह ऑक्सीजन की कमी हो जाने के कारण हमारे मंडल हॉस्पिटल में जब नहीं मिला तो स्टाक कम हो रहा था। इससे बचने को लेकर हम लोगों ने अपने आसनसोल मंडल हॉस्पिटल में अपना ही ऑक्सीजन प्लांट लगाने जा रहे हैं। 2 महीना के अंदर यह ऑक्सीजन प्लांट हम लोग तैयार कर देंगे, जल्द से जल्द इसका टेंडर किया जाएगा । लगभग दो करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है । इसका मुख्य उद्देश्य है कि ऑक्सीजन उत्पादन 350 लीटर प्रति मिनट में किया जाएगा पूरे मंडल हॉस्पिटल में पाइप लाइन के माध्यम से जहां से उत्पादन होगा वहीं से कनेक्ट कर कर पूरे बेड में ऑक्सीजन की सप्लाई होगी।
यह भी पढ़ें : Coviself को ICMR ने दी मंजूरी, अब खुद करें कोरोना जांच, जानें कौन और कैसे कर सकता है इस्तेमाल
अभी लगभग 60 बेट है ऑक्सीजन प्लांट लगने के कारण 40 बेड को बढ़ा दिया जाएगा कुल 100 बेङ होग ऑक्सीजन प्लांट को तीन शिफ्ट में ऑपरेटिंग करेंगे लोग हर शिफ्ट में 1 ऑपरेटर होगा यह अक्सीजन प्लान बन जाने के कारण कभी भी हम लोगों को ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी हम लोग ऑक्सीजन रखेंगे जब जरूरत पड़े जितना जरूरत पड़े हम लोग उसका प्रयोग करेंगे। रेलमंडल में यह पहला प्लांट होगा।
कोरोना से लड़ाई होगी अब और मजबूत, रेलवे अस्पतालों में लगेंगे 86 ऑक्सीजन संयंत्र
भारतीय रेलवे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। रेलवे एक तरफ ऑक्सीजन से भरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस को तेजी से देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचा रहा है,वहीं यात्री और माल ढुलाई की आवाजाही भी समान रूप से जारी है। अब रेलवे ने अपनी इन-हाउस मेडिकल सुविधाओं को भी चाक चौबंद करने के लिए कमर कस ली है। इसी का नतीजा है कि अगले कुछ दिनों में रेलवे अपने आंतरिक स्वास्थ्य ढांचे को दुरुस्त करने जा रहा है।
86 Oxygen Plant रेल अस्पताल में लगेंगे
पूरे भारत में 86 रेलवे अस्पतालों में व्यापक क्षमता वृद्धि की योजना है। फिलहाल 4 ऑक्सीजन संयंत्र कार्य कर रहे हैं, 52 स्वीकृत हो चुके हैं और 30 तैयारियों के विभिन्न चरणों में हैं। आगामी कुछ दिनों में सभी रेलवे कोविड अस्पताल ऑक्सीजन प्लांट से लैस होंगे। उम्मीद है, ये अस्पताल देशभर में कोविड से उत्पन्न हालात को काबू करने में महत्वपूर्ण कदम साबित होंगे।
महाप्रबंधक ले सकते हैं 2 करोड़ तक के वित्तीय फैसले
ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों को मंजूरी देने के लिए महाप्रबंधकों को प्रत्येक मामले में 2 करोड़ रुपये तक की अनुमति देने की शक्ति सौंपी गई है। यह फैसला बीती 4 मई को ही लिया जा चुका है। महाप्रबंधक यह फैसला रेलवे एम&एम वाइड पत्र संख्या 2020/एफ(एक्स)II/पीडब्ल्यू/3/पीटी के तहत लेंगे।
आईसीयू बिस्तरों की संख्या में की गई बढ़ोत्तरी
कोविड उपचार के लिए रेलवे अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या 2,539 से बढ़ाकर 6,972 कर दी गई है। वहीं कोविड अस्पतालों में आईसीयू बिस्तरों की संख्या 273 से बढ़ाकर 573 कर दी गई है।
अन्य स्वास्थ्य उपकरणों को भी जोड़ा जा रहा है
आपको बता दें, रेलवे अस्पतालों में नए इनवेसिव (कृत्रिम) वेंटिलेटर जोड़े गए हैं और इनकी संख्या 62 से बढ़कर अब 296 हो चुकी है। रेलवे अस्पतालों में महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण जैसे बीआईपीएपी मशीन, ऑक्सीजन कॉन्सट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि जोड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे ने यह भी निर्देश जारी किया है कि कोविड प्रभावित कर्मचारियों को जरूरत के हिसाब से रेफरल के आधार पर पैनल में शामिल अस्पतालों में भर्ती किया जा सकता है।