जितेन्द्र का वार ASANSOL वंचित क्यों , दासू ने किया पलटवार, गरमाई सियासत
बंगाल मिरर, एस सिंह, आसनसोल : आसनसोल नगरनिगम का चुनाव होने की संभावाओं के साथ ही आसनसोल के पूर्व मेयर और भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने आसनसोल को वंचित और उपेक्षित रखने का मुद्दा उठा रहे है। आसनसोल को वंचित रखने को लेकर ेसोशल मीडिया पर प्रहार कर रहे हैं। उनके इस वार पर टीएमसी प्रदेश सचिव वी. शिवदासन दासू ने पलटवार किया है।
जितेन्द्र तिवारी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से दो दिनों में दो गंभीर आरोप लगाये है। उन्होंने रविवार को अपने ट्विटर पर ट्वीट किया था कि बंगाल का सबसे बड़ा नगर निगम आसनसोल है, इसके बावजूद आसनसोल को वंचित और उपेक्षित क्यों किया रहा है ? उन्होंने कहा कि लोग मुझे गलत समझ सकते हैं, लेकिन इस शहर की उपेक्षा के खिलाफ लोगों का जनमत बनाने की जरूरत है। आज ट्वीट किया कि कोलकाता नगरनिगम 206.08 वर्गमीटर में है। वहां 11 सरकारी मेडिकल कालेज और अस्पताल है। जहां विभिन्न कोर्स की पढ़ाई होती(हमलोग खुश हैं। आसनसोल नगरनिगम 326 वर्गमीटर क्षेत्र में है, एक भी सरकारी मेडिकल कालेज नहीं है(हमें माफ करो)। इस संबंध में जितेंद्र तिवारी ने कहा कि उन्होंने पहले भी इस मुद्दे को उठाया था। पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े शहर को उसके अधिकार से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा कि आसनसोल को वह दर्जा दिया जाना चाहिए जिसका वह हकदार है।
सत्ता सुख व मलाई खाने के बाद आज आसनसोल वंचित दिख रहा : दासू
वहीं दूसरी ओर जितेंद्र तिवारी के ट्वीट को लेकर तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश सचिव वी शिवदासन दासू ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने उस वक्त भाजपा में शामिल होने के लिए ऐसा कहा था। पहले क्यों नहीं बताया जब वे 5 साल तक मेयर रहे। उन्होंने भाजपा में जाने के पहले तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने के लिए यह सब प्रोपेगंडा किया था। वहीं दासू ने कहा कि जब तक सत्ता का सुख लेना था, तब कुछ नहीं बोले और अब उनको निगम में खामियां दिख रही हैं। आसनसोलवासियों पर अत्याचार करने व उनके अधिकार से उन्हें वंचित रखने वाला आज अधिकार की बात कह रहा है। सत्ता सुख व मलाई खाने के बाद आज आसनसोल वंचित दिख रहा है। इससे कुछ नहीं होने वाला है।