ASANSOLBusiness

Asansol में चार -चार चैम्बर की क्या आवश्यकता : अजय

बंगाल मिरर, आसनसोल : आसनसोल चैंबर आफ कामर्स के  सचिव शंभूनाथ झा द्वारा अतिक्रमण अभियान को लेकर आन्दोलन की धमकी दिये जाने पर सवाल उठाये जाने पर फेडरेशन ऑफ साउत बंगाल चैंबर्स आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज(फास्बेक्की) के को-आर्डिनेटर अजय कुमार खेतान ने कहा कि हम किसी भी विवाद का हिस्सा नही बनना चाहते। लेकिन आसनसोल की समस्या का हल करने का अधिकार सिर्फ एक ही चैम्बर को है तो फिर आसनसोल में चार -चार चैम्बर की क्या आवश्यकता थी। निःसंदेह जिस चैम्बर के सचिव ने अगस्त में पहल की थी उसकी पहल का स्वागत है लेकिन दूसरे पर कीचड़ उछालने का कार्य किसी भी संगठन के पदाधिकारी को नही होता है।

ajay khetan

आठ जिलों का संगठन कहलानेवाला संगठन की कार्यप्रणाली क्या होगी और कहां तक होगी इसको तय करने का अधिकार सिर्फ और सिर्फ उनके पदाधिकारियों एवम सदस्यों को ही है। अगर दूसरा संगठन किसी संगठन के कार्य मे बाधा सृष्टि करे तो जरूर बोलना चाहिए। ऐसी बातों से संगठन की महत्ता कमती है और संगठन के साथ साथ स्वयं भी कमजोरी की तरफ अग्रसर होते है पदाधिकारी भी। चाहे वो किसी भी संगठन में हो। जो पदाधिकारी ये आरोप लगा रहे हैं उनकी जानकारी के लिए बता दूं कि जामुड़िया चैम्बर हमेशा इस तरह के मुद्दे को संबंधित अधिकारियों के समक्ष उठाता रहा है और हमने तो यहां तक कह था कि फुटपाथ का अपहरण हो चुका है।

आठ जिलों का कहलाने वाला संगठन ने सिर्फ फुटपाथ के लिए पहल नही की बल्कि मूसलाधार बारिश में क्षतिग्रस्त व्यवसाइयों को तय समय पर मुआवजा मिल सके, पूरे कॉर्पोरेशन एरिया का मास्टर प्लान तैयार करने, गारुई एवम नुनिया नदी की सफाई करने एवम अन्यान्य मुद्दे को लेकर बैठक की थी। मैं इस बात पे चैम्बर खास के सचिव के बयान को पूरी तरह खारिज करता हूँ एवम अनुरोध करता हूँ कि इस तरह की बातों को जेहन में न लाये अन्यथा व्यवसाइयों को ही नुकसान हो जाएगा और हम कमजोर होते चले जायेंगे। हमने तो कहा है कि कमाने का अधिकार सभी को इसलिए बाजार का विस्तारीकरण होना चाहिए और ये समस्या सिर्फ आसनसोल की नही बल्कि पूरे आसनसोल महकमे की है। किसी को भी बयान देने से पहले ये भी सोचना चाहिए कि आसनसोल में आसनसोल मर्चेंट चैम्बर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज, आसनसोल इंडस्ट्रियल चैम्बर ऑफ कॉमर्स, पश्चिम बर्धमान डिस्ट्रिक्ट फेडरेशन ऑफ ट्रेड एन्ड इंडस्ट्रीज, आसनसोल नार्थ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज, आसनसोल टिम्बर मर्चेंट एशोसिएशन नामक सुनाम धन्य अन्य व्यवसायिक संगठन भी है और समय समय पर इन संस्थाओं ने भी व्यापारिक हित के साथ साथ सामाजिक दायित्व को बखूबी निभाते आ रहे हैं चाहे वो गांव गोद लेने का मामला हो या राहत सामग्री बाटने का मामला हो सभी ने प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया है।

इसलिए अपने को ऊपर एवम सर्वश्रेष्ठ साबित करने के चक्कर मे दूसरे को छोटा करने का कार्य नही होना चाहिए। जामुड़िया चैम्बर हर वक़्त जाम की समस्या को जेहन में रखकर चलता है और इसकी एक वीडियो बनाकर 24 मई को जामुड़िया थाना प्रभारी को भेजा भी गया था और स्थानीय समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हम निरंतर इन मुद्दो को सम्बन्धित अधिकारियों के समक्ष उठाते रहे हैं। फोस्बेक्की एक बड़ी संस्था है और सभी चैम्बर जो इस संगठन के सदस्य हैं उनकी तरफ से फोस्बेक्की ने अगर सारे मामले को प्रशाशन के संज्ञान में लाने की पहल की तो किसी को तकलीफ नही होनी चाहिये बल्कि उसका स्वागत करना चाहिए और सहयोग करना चाहिए। कोई भी व्यवसायिक संगठन का पदाधिकारी कोई राजनीति के लिए यहां नही है इन बातों को भी ध्यान में रखना चाहिए। हमे अपने आप को संगठन से ऊपर नही मानना चाहिए क्योंकि संगठन के कारण ही पदाधिकारियों की पहचान है समाज मे।

Asansol व्यवसायिक संगठनों में गतिरोध, चैंबर सचिव का आरोप आन्दोलन का नाम लेकर एक अच्छे काम में विघ्न डालने की चेष्टा

Leave a Reply