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EPFO News : EPS’95 पेंशनभोक्ता अब किसी भी समय जमा कर सकते हैं ”Life Certificate”, जानें कब तक होगा वैध

EPFO ने दिसंबर, 2021 में 14.60 लाख नेट सब्सक्राइबर जोड़े

बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता :  EPS’95 पेंशनभोक्ता अब किसी भी समय जमा कर सकते हैं ”जीवन प्रमाण पत्र”, जानें कब तक होगा वैध कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानि EPFO ने अपने पेंशनभोक्ताओं को जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के मामले में बड़ी राहत दी है। EPFO कर्मचारी पेंशन स्कीम-95 (EPS 95) के पेंशनभोगी अब अपना जीवन प्रमाणपत्र किसी भी समय जमा करा सकते हैं। इस संबंध में ईपीएफओ ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट के जरिए ट्वीट कर जानकारी दी है।

EPFO

EPFO ने क्या कहा ?

ईपीएफओ ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, प्रिय ईपीएस 95 पेंशनभोक्ता क्या आपके जीवन प्रमाण-पत्र की वैधता अवधि समाप्त हो रही है? अब सदस्य किसी भी समय जीवन प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकता है जो प्रस्तुत करने की तिथि से एक वर्ष तक वैध होगा। यानि ईपीएफओ के कर्मचारी पेंशन स्कीम-95 (EPS 95) के पेंशनभोगी अब अपना जीवन प्रमाणपत्र किसी भी समय जमा करा सकते हैं। आमतौर पर इसे नवंबर में जमा करना होता है। खास बात है कि जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की तारीख से एक साल तक के लिए वैध होगा।

जीवन प्रमाण-पत्र न देने पर क्या होगा ?

इस नियम के मुताबिक, यदि किसी ईपीएस पेंशनभोक्ता ने बीते वर्ष 15 दिसंबर 2021 को अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा किया है तो उसे इस वर्ष 15 दिसंबर 2022 को या उससे पहले अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा करना होगा। पेंशनभोक्ता को पेंशन प्राप्त करना जारी रखने के लिए हर साल समय सीमा से पहले अपना वार्षिक जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य है। अगर वे अंतिम तिथि से पहले इसे जमा नहीं कर पाते हैं तो उन्हें अगले माह से पेंशन नहीं मिलेगी यानि पेंशनभोक्ता की पेंशन रोक दी जाएगी।

कहां जमा होगा सर्टिफिकेट ?

ईपीएस-95 पेंशनर्स अपना जीवन प्रमाण पत्र यानि लाइफ सर्टिफिकेट पेंशन जारी करने वाले बैंक, सार्वजनिक सेवा केंद्र (CSC), आईपीपीबी/भारतीय डाकघर, उमंग एप और अपने नजदीकी ईपीएफओ ऑफिस में जमा करा सकते हैं। कौन से दस्तावेज होंगे जरूरी ? जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए पेंशनभोक्ता को पेंशन पेमेंट ऑर्डर नंबर यानि पीपीओ, आधार नंबर, बैंक खाते की डिटेल्स की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए पेंशनभोक्ता को आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर की भी जरूरत होगी। यदि आपने अपना मोबाइल फोन नंबर आधार नंबर से कनेक्ट नहीं कराया है तो इसे अवश्य कनेक्ट करा लें।

EPFO के बारे में…

ईपीएफओ विश्व में सबसे बड़ा सामाजिक सुरक्षा संगठन है। ईपीएफओ में ईपीएफ खातों वाले 24.77 करोड़ सदस्य हैं। वहीं ईपीएफओ के 20 फरवरी 2022 को जारी अनंतिम पेरॉल डाटा में रेखांकित किया गया है कि ईपीएफओ ने दिसंबर 2021 के दौरान 14.60 लाख नेट सब्सक्राइबर जोड़े हैं। तुलनात्मक अध्ययन से प्रदर्शित होता है कि दिसंबर 2021 में शुद्ध पेरोल वृद्धि में लगभग 2.06 लाख की वृद्धि हुई है, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान 12.54 लाख नेट सब्सक्राइबर जोड़े गए थे। दिसंबर 2021 में नवंबर 2021 की तुलना में 19.98 प्रतिशत की शुद्ध ग्राहक वृद्धि हुई है। ईपीएफओ अपने सदस्यों को उनकी सेवानिवृत्ति पर भविष्य निधि, पेंशन लाभ और सदस्य की असामयिक मृत्यु के मामले में उनके परिवारों को पारिवारिक पेंशन और बीमा लाभ प्रदान करता है। ईपीएफओ देश का प्रमुख संगठन है जो ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के कानून के तहत शामिल संगठित / अर्ध-संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है।

EPFO ने दिसंबर, 2021 में 14.60 लाख नेट सब्सक्राइबर जोड़े

ईपीएफओ के 20 फरवरी 2022 को जारी अनंतिम पेरॉल डाटा में रेखांकित किया गया है कि ईपीएफओ ने दिसंबर 2021 के दौरान 14.60 लाख नेट सब्सक्राइबर जोड़े हैं। तुलनात्मक अध्ययन से प्रदर्शित होता है कि दिसंबर 2021 में शुद्ध पेरोल वृद्धि में लगभग 2.06 लाख की वृद्धि हुई है, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान 12.54 लाख नेट सब्सक्राइबर जोड़े गए थे। दिसंबर 2021 में नवंबर 2021 की तुलना में 19.98 प्रतिशत की शुद्ध ग्राहक वृद्धि हुई है।

पहली बार 9.11 लाख नए सदस्य नामांकित

जोड़े गए कुल 14.60 लाख नेट सब्सक्राइबर में से, 9.11 लाख नए सदस्यों को पहली बार ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के तहत नामांकित किया गया है। लगभग 5.49 लाख नेट सब्सक्राइबर इसे छोड़ चुके थे लेकिन अंतिम विदड्रॉल का विकल्प चुनने की जगह पिछले खाते से वर्तमान पीएफ खाते में अपनी पीएफ राशि हस्तांतरित करने के द्वारा उन्होंने ईपीएफओ के साथ अपनी सदस्यता जारी रखने के विकल्प के द्वारा फिर से ईपीएफओ में शामिल हो गए। इसके अतिरिक्त, ईपीएफओ से बाहर निकलने वाले सदस्यों की संख्या जुलाई, 2021 से घट रही है।

दिसंबर 2021 के दौरान 3.87 लाख वृद्धि

पेरोल डाटा की आयु-वार तुलना से प्रदर्शित होता है कि दिसंबर 2021 के दौरान 3.87 लाख वृद्धि के साथ 22-25 वर्ष के आयु समूह ने सर्वाधिक शुद्ध नामांकन दर्ज किया है। 18-21 वर्ष के आयु-समूह ने भी लगभग 2.97 लाख की अच्छी नामांकन वृद्धि दर्ज की है। 18-25 वर्ष के आयु समूहों ने दिसंबर 2021 में कुल शुद्ध ग्राहक वृद्धि में लगभग 46.89 प्रतिशत का योगदान दिया है। इससे यह संकेत मिलता है कि पहली बार रोजगार चाहने वाले बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र के कार्यबल में शामिल हो रहे हैं।

राज्य-वार तुलना

पेरोल के आंकड़ों की राज्य-वार तुलना यह रेखांकित करती है कि महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों में कवर किए गए प्रतिष्ठान लगभग 8.97 लाख ग्राहकों को जोड़कर महीने के दौरान अग्रणी स्थिति में रहे हैं, जो सभी आयु समूहों में कुल शुद्ध पेरोल वृद्धि के लगभग 61.44 प्रतिशत है।

जेंडर-वार विश्लेषण

जेंडर-वार विश्लेषण से यह संकेत मिलता है कि महीने के दौरान नेट महिला पेरोल वृद्धि लगभग 3 लाख है। दिसंबर 2021 के महीने के दौरान महिला नामांकन की हिस्सेदारी कुल शुद्ध ग्राहकों की संख्या का लगभग 20.52 प्रतिशत है।

उद्योग-वार पेरोल डाटा

उद्योग-वार पेरोल डाटा से संकेत मिलता है कि ‘विशेषज्ञ सेवाएं’ श्रेणी (श्रमशक्ति एजेंसियों, निजी सुरक्षा एजेंसियों और छोटे ठेकेदारों आदि से निर्मित) महीने के दौरान कुल ग्राहक वृद्धि का 40.24 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त, भवन और निर्माण उद्योग, कपड़ा, रेस्तरां, लोहा और इस्पात आदि जैसे उद्योगों में शुद्ध पेरॉल वृद्धि का रूझान दर्ज किया गया है।

पेरोल डाटा अनंतिम

पेरोल डाटा अनंतिम है क्योंकि डाटा निर्माण एक सतत प्रक्रिया है, जैसा कि कर्मचारी रिकॉर्ड का अद्यतन भी एक सतत प्रक्रिया है। इसलिए पिछले डाटा को हर महीने अपडेट किया जाता है। मई 2018 के महीने से ईपीएफओ दिसंबर 2017 के बाद की अवधि को कवर करते हुए पेरोल डाटा जारी करता रहा है।

पारिवारिक पेंशन और बीमा लाभ

ईपीएफओ सदस्यों को उनकी सेवानिवृत्ति पर भविष्य निधि, पेंशन लाभ और सदस्य की असामयिक मृत्यु के मामले में उनके परिवारों को पारिवारिक पेंशन और बीमा लाभ प्रदान करता है। ईपीएफओ देश का प्रमुख संगठन है जो ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के विधान के तहत कवर किए गए संगठित/अर्ध-संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करने के लिए उत्तरदायी है

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