पैकेज्ड या लेबल वाले खाद्य पदार्थों पर जीएसटी से जनता की बढ़ेगी परेशानी : कैट
विश्वनाथ अग्रवाल ने सरकार को पुनः विचार करने की अपील की
बंगाल मिरर, संजीव यादव : ( Kolkata News In Hindi ) भारत के सबसे बड़े व्यापारिक संस्थान कैट ( CAIT ) के तत्वाधान में आज कोलकाता महानगर के पोस्ता बाजार में अहम बैठक हुई| इस मौके पर कनफेडरेशन आफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के चेयरमैन( पश्चिम बंगाल इकाई के) श्री विश्वनाथ अग्रवाल जी , अध्यक्ष श्री मुकेश सिन्हा , उपाध्यक्ष श्री मनोज जालानसचिव श्रीमती रीता मित्रा कोषाध्यक्ष श्री उमाकांत अग्रवाल क्रमश उपस्थित रहे|
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जीएसटी परिषद की हालिया बैठक में सभी प्रकार के पैकेज्ड या लेबल वाले खाद्य पदार्थों और कुछ अन्य वस्तुओं को जीएसटी के दायरे में लाने की सिफारिश पर देश के खाद्यान्न व्यापारियों में काफी निराशा है। क्योंकि इससे आम सामान की कीमत पर बड़े ब्रांड का कारोबार बढ़ेगा। विशेष खाद्य पदार्थ, अनाज आदि, जो अब तक ब्रांडेड नहीं थे, उन्हें जीएसटी से छूट दी गई थी। परिषद के इस निर्णय से प्री-पैकेज्ड, प्री-लेबल दही, लस्सी और बटर मिल्क सहित प्री-पैकेज्ड और प्री-लेबल रिटेल पैक पर अब जीएसटी टैक्स लगेगा। जिससे आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
निश्चित रूप से जीएसटी कर संग्रह में वृद्धि होनी चाहिए; हम इस संबंध में सरकार के साथ सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हैं। आजादी के बाद से खाद्यान्न पर कभी कोई कर नहीं लगा, लेकिन पहली बार बड़े ब्रांडेड अनाज को कर के दायरे में लाया गया। सरकार की मंशा हमेशा से रही है कि आम लोगों की रोजमर्रा की जरूरतों को टैक्स से बाहर रखकर उनकी कीमतों को टैक्स से बाहर रखा जाए। हम आपसे पहले की तरह प्री-पैक और प्री-लेबल वाली वस्तुओं पर जीएसटी कर मुक्त करने का अनुरोध करते हैं। उपरोक्त सारी बातें संस्था के चेयरमैन विश्वनाथ अग्रवाल जी ने कहीं और सरकार को पुनः विचार करने की अपील की है