Mamata Cabinet में आज फेरबदल, जिले को मिलेगा और एक मंत्री !
बंगाल मिरर, कोलकाता : Mamata Cabinet में आज फेरबदल, जिले को मिलेगा और एक मंत्री ! आज ममता कैबिनेट में 8 नए मंत्री शामिल होंगे जिन 8 लोगों को मंत्री बनाया जाना है उन्हें सचिवालय पर फोन आ चुका है और राजभवन से आठ वाहनों को तैयार किया गया है। इन 8 लोगों में पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर पूर्व के विधायक डॉ प्रदीप मजूमदार भी शामिल है प्रशासनिक अधिकारी रहे श्री मजूमदार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अभी भी कृषि सलाहकार नियुक्त किया हुआ है संभावना है कि उन्हें कृषि मंत्रालय का दायित्व दिया जा सकता है।




पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो कल पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री बन सकते हैं । ममता सरकार बुधवार को अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने जा रही है । ऐसे में ‘ युवा ‘ कैबिनेट बनाने पर जोर दे रहीं सीएम ममता बाबुल सुप्रियो को अहम प्रभार दे सकती है । बता दें कि बाबुल सुप्रियो ने पिछले साल भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा था । 2021 के विधानसभा चुनावों में अपनी हार के बाद , सुप्रियो ने घोषणा की थी कि वह राजनीति छोड़ देंगे और लोकसभा सांसद के रूप में भी इस्तीफा दे देंगे । हालांकि 18 सितंबर 2021 को वह अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे ।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बाबुल सुप्रियो के अलावा , स्नेहाशीष चक्रवर्ती , पार्थ भौमिक , उदयन गुहा और प्रदीप मजूमदार को भी कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है । इसके अलावा टीएमसी के जिला नेताओं में विप्लब रॉय चौधरी , ताजमुल हुसैन और सत्यजीत वर्मन को राज्य मंत्री के रूप में मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है । पहले से ही मंत्रालय में रहने वालों में , राज्य मंत्री बीरवाहा हांसदा को स्वतंत्र प्रभार मिल सकता है ।
बाबुल सुप्रियो दिग्गज नेता और मंत्री सुव्रत मुखर्जी के निधन के बाद खाली हुई बालीगंज विधानसभा सीट से टीएमसी के टिकट पर विधायक चुने गए थे । इसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है । हालांकि , ममता कथित तौर पर उस समय मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर उत्सुक नहीं थीं । नए मंत्रियों पर टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा की ममता बनर्जी एक युवा कैबिनेट चाहती थी । इसलिए पार्टी के युवा चेहरों जैसे सुप्रियो भौमिक , चक्रवर्ती को शामिल किया जा सकता है ।
राज्य में दो मंत्रियों सुब्रत मुखर्जी और साधन पांडे के निधन के कारण विभाग खाली पड़े हुए हैं वहीं पार्षद चटर्जी को घोटाले में गिरफ्तार होने के बाद मंत्रिमंडल से हटा दिया गया है वही बेटी की नियुक्ति को लेकर राज्य मंत्री परिषद अधिकारी भी विवादों में है उन पर भी गाज गिरने की आशंका है।