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SAIL ISP बर्नपुर अस्पताल निदेशक प्रभारी पर गिरी गाज !

अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुशांत सिन्हा को मिला प्रभार

टाउन विभाग के विद्युत विभाग के कर्मी कुलवंत सिंह के मेडिकल अनफिट के मामले से जोड़कर देखा जा रहा है इस कार्रवाई को

बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर: सेल- आईएसपी के टाउन विभाग के इलेक्ट्रिकल विभाग में कार्यरत स्थाई कर्मी कुलवंत सिंह को मेडिकल अनफिट किये जाने के मामले में बर्नपुर अस्पताल के मेडिकल निदेशक प्रभारी डॉ संजय चौधरी पर गाज गिर गई । उन्हें सेल- आइसपी के निदेशक प्रभारी वीरेन्द्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार को निलंबित कर दिया। उनका प्रभार अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुशांत सिन्हा को दिया गया है। शनिवार को उन्होंने अपना प्रभार ग्रहण कर लिया।

संबद्ध सूत्रों ने बताया कि सेल आईएसपी के टाउन विभाग के इलेक्ट्रिकल विभाग के स्थाई कर्मी कुलवंत सिंह लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनका दावा था कि वे कार्य करने के लिए पूरी तरह से फिट नहीं है। जब अस्पताल प्रशासन ने उन्हें इलाज के लिए बाहर भेजने का प्रस्ताव दिया तो उन्होंने बाहर जाकर इलाज कराने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इसके बाद उनकी जांच बर्नपुर अस्पताल में हुई तथा चिकित्सकीय जांच करनेवाले चिकित्सकों ने उन्हें अनफिट घोषित कर दिया।

इसके बाद उनकी हर माह मेडिकल जांच होने लगी। अनफिट जांच रिपोर्ट वे अपने कार्यस्थल पर संबंधित अधिकारी के पास जमा कर देते थे। इस तरह वेतन विहीन उनकी छुट्टी मंजूर हो जाती थी और उनकी सेवा जारी रहती थी। यह सिलसिला पिछले आठ माह से चल रहा था। इसी बीच यह बात तूल पकड़ने लगी कि कर्मी श्री सिंह खुद को मेडिकल अनफिट घोषित करा अपने आश्रित को नियोजित करना चाहते थे। इसकी शिकायत होने पर प्रबंधन ने इसे गंभीरता से लिया और नये सिरे से श्री कर्मी की मेडिकल जांच करने का निर्णय लिया। इसके बाद ही इसमें तेजी आने लगी।



इस मामले में मेडिकल जांच कराने का दायित्व सीएमओ डॉ. सुशांत सिन्हा को मिला। उन्होंने 22 सितंबर को टाउन विभाग को पत्र लिखा और कर्मी श्री सिंह को 23 सितंबर को बर्नपुर अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए बुलाया। उन्हें पिछले सभी दस्तावेजों को भी लाने का निर्देश दिया गया। टाउन विभाग के कर्मी जब गुरुद्वारा रोड स्थित कंपनी आवंटित उनके आवास में गये तो उनके आवास में ताला बंद था। फोन से भी उनसे संबंध नहीं हो सका। वे नोटिस उनके आवास में लगा कर चले आये। इसकी सूचना सीएमओ डॉ. सिन्हा को दी गई। 23 सितंबर की सुबह फिर 10:45 बजे टाउन विभाग के कर्मी फिर उनके घर गये, लेकिन घर में ताला बंद ही मिला। उन्होंने इसकी रिपोर्टिंग अपने अधिकारियों से कर दी। सीएमओ डॉ. सिन्हा ने पुनः नोटिस जारी कर उन्हें 24 सितंबर को पुनः बुलाया। टाउन विभाग के कर्मचारी पुनः नोटिस लेकर उनके घर देर सायं गये। स्थिति पूर्ववत थी। उन्होंने नोटिस घर में लगा दी। 24 सितंबर को भी श्री सिंह मेडिकल जांच के लिए नहीं गये। उनकी अनुपस्थिति से विवाद गहरा रहा था। अस्पताल से पुनः नोटिस जारी हुआ। आखिरकार श्री सिंह ने 29 सितंबर को अस्पताल जाकर अपनी मेडिकल जांच कराई।



जांच के बाद ही विभागीय कार्रवाई तेज



सूत्रों के अनुसार श्री सिंह की मेडिकल जांच के लिए राउरकेला स्टील प्लांट अस्पताल से डॉ. महती तथा दुर्गापुर स्टील प्लांट अस्पताल के चिकित्सक को बुलाया गया। दोनों ने पूरी गंभीरता से उनकी जांच की। बाद में उन्होंने अपनी रिपोर्ट में श्री सिंह को कार्य के लिए फिट बताया। यह रिपोर्ट कंपनी मुख्यालय को भेज दी गई। इसके बाद सेल आईएसपी के निदेशक प्रभारी बीरेंदर प्रताप सिंह ने बर्नपुर हॉस्पिटल के मेडिकल निदेशक प्रभारी डॉ. संजय चौधरी को निलंबित करने का आदेश शुक्रवार की शाम जारी कर दिया। दावा किया जा रहा है कि यह निर्णय सेल मुख्यालय से आया था। आदेश में बर्नपुर हॉस्पिटल के सीएमओ डॉ. सिन्हा को तत्काल प्रभाव से बनपुर हॉस्पिटल का मेडिकल कार्यकारी निदेशक किया गया।

डॉ. सिन्हा ने शुक्रवार को ही प्रभार भी ले लिया। दावा है कि 29 सितंबर को हुई मेडिकल बोर्ड जांच में अनियमितता का खुलासा हो गया। पिछले कई माह से घोषित हो रहे मेडिकल अनफिट के लिए तत्कालीन कार्यकारी निदेशक मेडिकल प्रभारी डॉ. संजय चौधरी को जिम्मेवार ठहराते हुए निलंबित कर दिया गया। गौरतलब है कि डॉ चौधरी ने निदेशक के तौर पर काफी सराहनीय कार्य किए हैं बानपुर अस्पताल में उन्होंने काफी बेहतर कार्य किया था कुछ महीने पहले ही उन्होंने दायित्व संभाला था उसके बाद उन्होंने काफी सुधार के कार्य किए थे जिसका लाभ मरीजों को मिल रहा था इस मामले में और पर कार्रवाई होने से सभी आश्चर्यचकित है साथ ही यह भी सवाल उठा रहे हैं कि जब निशक प्रभारी पर कार्रवाई हुई है तो श्री स्प्रिंग को अनफिट सर्टिफिकेट देने वाले बोर्ड में जो जो चिकित्सक शामिल थे उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए टाउन विभाग के बिजली विभाग के वरीय प्रबंधक ध्वजा गुप्ता ने बताया कि उन्हें आधिकारिक तौर पर इतनी ही जानकारी है कि श्री सिंह की मेडिकल जांच हुई है। इसके बाद की कोई सूचना उनके पास नहीं है।

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